महिलाओं के लिए मंईयां सम्मान योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। जनवरी 2025 महीने की 2500 रुपए की किस्त का इंतजार कर रही महिलाओं के लिए यह खबर राहतभरी है। जानकारी के अनुसार, महिलाओं के बैंक अकाउंट में यह राशि 28 या 29 जनवरी को ट्रांसफर की जा सकती है। इस महीने (जनवरी 2025) राशि के वितरण में देरी का कारण योजना के पोर्टल में तकनीकी खामी को बताया गया है।
हालांकि, मंईयां सम्मान योजना में कुछ बदलाव किए गए हैं। अब इस योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है। जिन महिलाओं के पास आधार कार्ड नहीं है, उन्हें पहले इसे बनवाना होगा। आइए, विस्तार से जानते हैं मंईयां सम्मान योजना के बारे में और इसके तहत महिलाओं को मिलने वाले लाभों की जानकारी।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम
हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड की महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अगस्त 2024 में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी स्थिति को सुदृढ़ करना था।
शुरुआत में इस योजना के तहत महिलाओं के बैंक अकाउंट में 1,000 रुपए प्रति माह भेजे जाते थे। झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस राशि को बढ़ाकर 2,500 रुपए प्रति माह करने की घोषणा की, जिसे अब जनवरी 2025 से लागू किया गया है।
जनवरी 2025 की किस्त: कब आएंगे 2500 रुपए?
जनवरी महीने की किस्त में देरी का कारण योजना के पोर्टल में आई तकनीकी खामी को बताया गया है। हालांकि, अब यह समस्या हल हो चुकी है, और 28 या 29 जनवरी 2025 को लाभुक महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।

आधार कार्ड हुआ अनिवार्य
अब मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। जिन महिलाओं के पास आधार कार्ड नहीं है, उन्हें इसे बनवाने के बाद ही योजना के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी। यह कदम योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
योजना के लाभ: महिला सशक्तिकरण की मिसाल
1. महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा
इस योजना के माध्यम से महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि घर चलाने, बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।
2. पारदर्शी वितरण प्रणाली
योजना के तहत सभी लेनदेन सीधे लाभुकों के बैंक अकाउंट में किए जाते हैं। इससे किसी प्रकार की बिचौलिया समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
3. समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूत बनाना
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। योजना ने झारखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा योगदान दिया है।
झारखंड में मंईयां सम्मान योजना का प्रभाव
मंईयां सम्मान योजना झारखंड में महिला मतदाताओं के बीच एक लोकप्रिय योजना बन गई है। दिसंबर 2024 में झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन सरकार की वापसी के पीछे इस योजना की बड़ी भूमिका रही। चुनावी वादों को पूरा करते हुए सरकार ने 1000 रुपए की राशि को बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया।

योजना के लाभुकों की बढ़ती संख्या
2024 में योजना के लाभुकों की संख्या 56,61,791 थी, जो अब बढ़कर 58,14,637 हो गई है। यह बढ़ती संख्या योजना की सफलता और महिलाओं के बीच इसकी स्वीकार्यता को दर्शाती है।
योजना में नए सुधार और प्रक्रियाएं
1. जिला स्तर पर राशि का वितरण
महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि योजना की राशि लाभुकों को हर महीने की 15 तारीख तक उनके खातों में पहुंच जाए। जिला प्रशासन को इस व्यवस्था का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
2. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
महिलाएं अब मंईयां सम्मान योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। पोर्टल पर फॉर्म PDF डाउनलोड करने और आवेदन की स्थिति की जांच करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
3. समय पर समाधान
योजना के तहत आने वाली समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। लाभुक किसी भी समस्या के लिए विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
मंईयां सम्मान योजना का लाभ कैसे लें?
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आधार कार्ड अनिवार्य है। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लाभुकों के बैंक अकाउंट में हर महीने राशि ट्रांसफर की जाएगी।
राशि ट्रांसफर में देरी का क्या कारण है?
जनवरी 2025 में राशि ट्रांसफर में देरी पोर्टल में तकनीकी खामी के कारण हुई। यह समस्या अब हल हो चुकी है, और राशि 28 या 29 जनवरी को ट्रांसफर की जाएगी।
क्या आधार कार्ड अनिवार्य है?
हां, योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। आधार कार्ड न होने पर लाभुक आवेदन नहीं कर पाएंगे।
मंईयां सम्मान योजना झारखंड में महिलाओं के जीवन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार द्वारा समय-समय पर किए जा रहे सुधार इस योजना को और अधिक प्रभावी बना रहे हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण की यह मिसाल अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
Read Also: मंइया सम्मान योजना: बैंक खाता आधार लिंक लाभुक महिलाओं को ही मिलेगा पैसा
Read Also: Maiya Samman Yojana: अब बहना को हर साल 30000 रुपये, हेमंत सोरेन सरकार दे रही हर महीने 2500 रुपये