झारखंड में लोकल खबर की डिजिटल क्रांति साल 2017 में शुरू हुई. हम इस अंतरात में जमीनी और निष्पक्ष पत्रकािरिता की है. डिजिटल व्यूअर्स का भरोसा जीता है.
LOCALKHABAR.COM एक डिजिटल समाचार प्लेटफ़ॉर्म है जो मुख्यतः झारखंड राज्य से संबंधित ताज़ा समाचार, राजनीति, सामाजिक मुद्दे, मनोरंजन, शिक्षा, और रोजगार से जुड़ी जानकारी प्रदान करता है। इस वेबसाइट का उद्देश्य पाठकों को क्षेत्रीय घटनाओं और विकास से अवगत कराना है।
मुख्य श्रेणियों में शामिल हैं:
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इसके अतिरिक्त, वेबसाइट पर झारखंड से संबंधित रोजगार समाचार, जैसे कि सरकारी भर्ती कैंप और विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्ति की जानकारी भी प्रदान की जाती है।
LOCALKHABAR.COM सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी सक्रिय है, जहां आप फेसबुक, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सएप के माध्यम से नवीनतम अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए लोकल खबर से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े अनेक लोगों का सहयोग और साथ रहा है.
लोकल खबर के साथ एक बड़ी टीम जुड़ाव रहा है. वह है हमारे यूजर्स और व्यूअर्स. आपका साथ हमें लाइक्स और सब्सक्राइबर के तौर पर मिलता है. आपके हर कमेंट हमारे लिए सुझाव होते हैं
डिजिटल क्रांति की इस दौर में हम और हमारी टीम पत्रकारिता की साख को कायम रखते हुए लगातार जुटे हुए हैं. इसके लिए हमारी एक छोटी सी टीम बहुत मेहनत करती है.
सुभाष शेखर: लोकल खबर के संपादकीय भूमिका में शुरूआत से हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित सभी तरह के सामग्रियों के प्रकाशन के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह हैं. ये झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में सूचीबद्ध पत्रकार हैं. जिसका निबंधन संख्या POR 0923 है.
सचिन दास गोस्वामी: लोकल खबर के साथ साल 2022 से जुडे है. टीम के मजबूत स्तंभ हैं. जमीनी मुद्दों और पॉलिटिक्स के अच्छे जानकार हैं और रिपोर्टिंग करते हैं. (अभी लोकल खबर छोड़ चुके हैं)
पूजा भारती: लोकल खबर की को-फाउंडर रही हैं. टीम मैनेजमेंट और बेबाक रिपोर्टिंग पर महारत हैं. लोकल खबर के सफर में एक मील का पत्थर रही हैं. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
रबीना आरजू: मैनेजमेंट की स्टूडेंट हैं. लोकल खबर के साथ बतौर मार्केटिंग जुड़ीं. खोरठा भाषा में रिपोर्टिंग से लोकल खबर की पहचान बनीं. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
काजल मेहता: स्थनीय मुद्दों पर बेबाक और निडर रिपोर्टिंग की. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
श्रेया रतन: गांव और शहर के मुद्दों को स्थानीय भाषा में अपने रिपोर्टिंग के जरिए प्रस्तुत किया. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
गौरी रानी: पत्रकारिता की पढ़ाई के बाद पहला कदम इन्होंने लोकल खबर के साथ रखा. इन्होंने बेहतर शुरूआत की. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
विभास कुमार: गोस्नर कॉलेज से पत्रकारिता की पढ़ाई के बाद लोकल खबर से जुड़े और अपने खास अंदाज में रिपोर्टिंग की. (अभी लोकल खबर छोड़ चुके हैं)
दीक्षा यादव: पत्रकारिता की पढाई के साथ लोकल खबर के साथ जुड़कर इन्होंने न्यूज रिपोर्टिंग का अनुभव प्राप्त किया. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
निधि सहाय: लोकल खबर के साथ शुरूआत के दिनों में निधि आईं. अपनी रिपोर्टिंग से नए पीढी की बात और मुद्दों को पेश किया. (अभी लोकल खबर छोड़ चुकी हैं)
प्रवीण कुमार: गोस्नर कॉलेज में पत्रकारिता की पढ़ाई के दौरान इन्होंने लोकल खबर सके साथ अनुभव प्राप्त किया. (अभी लोकल खबर छोड़ चुके हैं)
इसके अलावा लोकल खबर को कई लोगों का अप्रत्यक्ष तौर पर साथ और सहयोग आशीर्वाद के तौर पर मिलता रहता है.
पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जता है. देश और समाज को हमसे बहुत उम्मीदें होती हैं. हम उसी भरोसे को बनाये रखते हुए पुरी जिम्मेदारी और जवाबदेही का निर्वहन करते है. लोकल खबर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के साथ निबंधित है, जिसका निबंधन संख्या UDYAM-JH-20-0085558 है.
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