Black Day in India: 14 फरवरी को क्यों कहा जाता है ‘ब्लैक डे’

Black Day in India: 14 फरवरी को क्यों कहा जाता है 'ब्लैक डे'

14 February Black Day, दोपहर 3:15 बजे, एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी SUV को CRPF जवानों के काफिले से टकरा दिया। यह हमला Pulwama Attack Black Day के रूप में जाना गया। धमाका इतना भीषण था कि एक बस पूरी तरह से नष्ट हो गई और 40 जवान मौके पर शहीद हो गए। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश व दुख की लहर दौड़ पड़ी।

Immediate Response and Nationwide Grief

Black Day In India के रूप में देखे जाने वाले इस हमले की निंदा पूरे राजनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ा जवाब देने की प्रतिज्ञा ली, कहा, “हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।” पूरे देश में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन हुए।

भारत सरकार ने पाकिस्तान का Most Favored Nation (MFN) दर्जा रद्द कर दिया और इसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग करने की रणनीति बनाई। इसके जवाब में 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने Balakot Airstrikes के जरिए पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया।

Honoring the Martyrs

इस 14 February India Black Day की 6वीं बरसी पर देश फिर से अपने वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। विशेषकर Pulwama Attack Status के साथ लोग शहीदों को नमन कर रहे हैं। इस मौके पर देशभर में स्मरणोत्सव आयोजित किए जाते हैं।

गृह मंत्री अमित शाह ने इस दिन ट्वीट किया, “हम अपने बहादुर CRPF जवानों की वीरता और सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेंगे। उनकी बहादुरी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”

The Lessons Learned

इस Black Day 14 February Pulwama Attack के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। सुरक्षा उपायों को बढ़ाया गया, खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया गया, और काफिले की सुरक्षा को मजबूत किया गया।

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कूटनीतिक लड़ाई को और तेज किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी संगठनों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

The Continued Fight Against Terrorism

छह साल बाद भी, भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में अडिग बना हुआ है। यह त्रासदी देश के संकल्प को और मजबूत बनाती है कि वह आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। Pulwama Attack Deaths हमें याद दिलाते हैं कि हमें हमेशा सतर्क रहना होगा।

A Nation United in Remembrance

14th Feb Black Day के रूप में चिन्हित इस घटना की याद में पूरा देश एकजुट होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम अपने CRPF जवानों की वीरता को सलाम करते हैं। उनका बलिदान हमें एक आतंक-मुक्त भारत की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देता है।”

यह हमला भारत के इतिहास का एक दुखद अध्याय है, लेकिन यह राष्ट्रीय एकता और संकल्प का प्रतीक भी है। आइए हम अपने वीर जवानों की स्मृति को नमन करें और संकल्प लें कि हम उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

Subhash Shekhar

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