पहलगाम की वादियों में खूनी तांडव: 27 की मौत, पूरे देश में आक्रोश

पहलगाम की वादियों में खूनी तांडव: 27 की मौत, पूरे देश में आक्रोश

Pahalgam Attack Video: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें 27 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है और 20 से अधिक घायल हैं। इस भयावह हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन इस घटना ने घाटी की शांति को फिर से दांव पर लगा दिया है।

हमले के बाद वायरल हुए ‘Pahalgam Attack Video’ ने घटनास्थल की दर्दनाक तस्वीरें दुनिया के सामने रख दी हैं। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सेना की वर्दी में चार से पांच आतंकवादी 15 से 20 मिनट तक लगातार फायरिंग करते रहे। गोलियों की बौछार से पर्यटकों में चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर जान बचाने के लिए भागते नजर आए।

हेल्पलाइन सक्रिय, गृहमंत्री पहुंचे श्रीनगर

अनंतनाग पुलिस ने 24/7 इमरजेंसी हेल्प डेस्क तैयार किया है। साथ ही सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने भी नियंत्रण कक्ष बनाया है। संपर्क नंबर जारी किए गए हैं: श्रीनगर – 0194-2457543, 0194-2483651 और एडीसी आदिल फरीद – 7006058623। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह से तत्काल बात की और उन्हें पहलगाम भेजा। शाह अब श्रीनगर में हाई लेवल बैठक करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि इस जघन्य हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ देश का संकल्प और मजबूत होगा।

राष्ट्रपति और विपक्ष ने जताया शोक, उठाए सवाल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हमले को “नृशंस और अमानवीय” बताया और ट्वीट कर पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि निर्दोष पर्यटकों पर हमला मानवता के खिलाफ अपराध है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि आतंकियों को ढूंढने और मार गिराने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों को उनके कृत्य की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

वहीं, विपक्ष ने इस हमले को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से पूछा कि हालात सामान्य होने के दावे कितने खोखले हैं। मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी ने भी इस नृशंस हमले को मानवता पर हमला बताते हुए सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की।

चश्मदीदों ने बताया मंजर, वायरल हो रहे वीडियो

नागपुर से आए एक पर्यटक जोड़े ने बताया कि घटना के समय वे घटनास्थल से कुछ ही दूर थे। उन्होंने गोलियों की आवाजें सुनीं और वहां से जान बचाकर भागे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और फोटो इस भयावह हमले की पुष्टि कर रहे हैं।

यह हमला एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए अब राज्य प्रशासन और केंद्र सरकार दोनों को नए सिरे से योजना बनानी होगी।

Subhash Shekhar

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