भोजपुरी सिनेमा में नई क्रांति: ‘करियठ्ठी’ का अनोखा विषय
Kariyathi Bhojpuri Movie Trailer release: भोजपुरी सिनेमा अपने दिलचस्प विषयों और सामाजिक मुद्दों को बड़े पर्दे पर लाने के लिए जाना जाता है। इसी कड़ी में एक्ट्रेस नीतू चंद्रा की निर्मित फिल्म ‘करियठ्ठी’ ने एक नई बहस छेड़ दी है। फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ और यह ट्रेलर दर्शकों के दिलों को छू रहा है।
‘करियठ्ठी’ ट्रेलर: एक इमोशनल सफर की शुरुआत
फिल्म ‘करियठ्ठी’ का ट्रेलर एक बच्ची की कहानी से शुरू होता है, जिसका जन्म एक ग्रामीण परिवार में होता है। जन्म से ही उसका रंग दबा हुआ होता है, और इसी कारण परिवार में उसे लेकर खुशी का माहौल नहीं होता।
ट्रेलर में दिखाया गया है कि समाज और परिवार द्वारा दिए गए तानों के बीच, बच्ची जिसका नाम रानी रखा गया है, अपनी पढ़ाई और अन्य कलाओं में निपुण होती है। लेकिन, उसकी सबसे बड़ी चुनौती उसका काला रंग बनता है।
रंगभेद और समाज की सोच
रानी को बचपन से ही समाज द्वारा “करियठ्ठी” कहकर पुकारा जाता है। उसे तरह-तरह के नुस्खे बताए जाते हैं कि कैसे वह गोरी हो सकती है। यह ट्रेलर रंगभेद जैसी गंभीर समस्या को उजागर करता है, जो न केवल ग्रामीण समाज बल्कि शहरी जीवन में भी मौजूद है।
फिल्म की कहानी और उसका संदेश
फिल्म की कहानी रानी के संघर्ष पर आधारित है।
- परिवार और समाज का दवाब:
रानी को अपने ही परिवार से अपमान सहना पड़ता है। - शिक्षा और प्रतिभा का संघर्ष:
पढ़ाई और कला में निपुण होने के बावजूद, उसका रंग उसकी प्रतिभा के आड़े आता है। - आत्मसम्मान की लड़ाई:
रानी धीरे-धीरे समाज को यह सिखाती है कि रंग किसी की काबिलियत का पैमाना नहीं हो सकता।
फिल्म की टीम: कहानी और निर्देशन का योगदान
लेखिका सरोज सिंह
इस फिल्म की कहानी सरोज सिंह द्वारा लिखी गई है। उनकी लेखनी ने समाज की कड़वी सच्चाई को बड़े ही सजीव तरीके से पेश किया है।
निर्देशक नितिन चंद्रा
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता नितिन चंद्रा ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। उनकी दृष्टि ने रंगभेद जैसे संवेदनशील विषय को बारीकी और संवेदनशीलता से दर्शाया है।
फिल्म की रिलीज डेट और प्लेटफॉर्म्स
फिल्म ‘करियठ्ठी’ 31 जनवरी, 2025 को OTT और Waves ऐप पर रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म न केवल मनोरंजन करेगी, बल्कि समाज को एक सशक्त संदेश भी देगी।
ट्रेलर के बारे में दर्शकों की प्रतिक्रिया
भावनात्मक जुड़ाव
दर्शकों ने ट्रेलर को बेहद इमोशनल और प्रेरणादायक बताया।
सकारात्मक संदेश
कई दर्शकों ने फिल्म की कहानी को समाज के लिए जरूरी बताया।
भोजपुरी सिनेमा में बदलाव की शुरुआत
फिल्म ‘करियठ्ठी’ ने यह साबित कर दिया है कि भोजपुरी सिनेमा केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है। यह समाज के ज्वलंत मुद्दों पर भी रोशनी डाल सकता है।
फिल्म ‘करियठ्ठी’ रंगभेद जैसी सामाजिक बुराई पर चोट करती है और यह दिखाती है कि रंग से बड़ी होती है इंसान की सोच और काबिलियत। अगर आपने अभी तक इस फिल्म का ट्रेलर नहीं देखा है, तो इसे जरूर देखें।