पेट्रोलियम डीलर्स ने सुरक्षा चिंताओं को लेकर जताई आपत्ति
Ranchi: राजधानी में पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन साउथ छोटानागपुर की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राजहंस मिश्रा ने की, जिसमें परिवहन विभाग द्वारा लागू किए गए “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” आदेश पर चर्चा की गई। एसोसिएशन ने इस नियम का समर्थन तो किया, लेकिन इसे लागू करने में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की।
पेट्रोल पंप कर्मियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
बैठक में डीलर्स ने बताया कि हेलमेट नहीं पहनने वाले ग्राहकों को पेट्रोल न देने पर पंप कर्मियों को धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। कई पंपों में महिला कर्मचारी भी काम कर रही हैं, जो इस नियम के चलते ग्राहकों के गुस्से का शिकार हो रही हैं। कुछ वाहन चालक जबरन पेट्रोल भरवाने की कोशिश करते हैं और विरोध करने पर कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसोसिएशन की मांग
डीलर्स ने बताया कि पेट्रोल पंप एक अति आवश्यक सेवा है और इसके तहत किसी को पेट्रोल देने से इनकार करना व्यावहारिक रूप से मुश्किल है। पंप संचालकों का कहना है कि यातायात नियमों को लागू करवाना उनका कार्यक्षेत्र नहीं है, यह जिम्मेदारी यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की है। उन्होंने मांग की कि इस नियम को लागू करने से पहले सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए, ताकि पंप कर्मी बिना किसी डर के अपना कार्य कर सकें।
यातायात पुलिस को करना होगा नियम का सख्त पालन
एसोसिएशन का मानना है कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को अधिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हेलमेट न पहनने वालों पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए और पेट्रोल पंपों को अनावश्यक तनाव से मुक्त रखा जाए।
परिवहन सचिव को सौंपा जाएगा ज्ञापन
बैठक में निर्णय लिया गया कि एसोसिएशन परिवहन सचिव और सभी जिलों के डीटीओ को पत्र भेजकर इस आदेश से उत्पन्न कठिनाइयों की जानकारी देगा। इसके अलावा, एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही परिवहन सचिव से मुलाकात कर इस नियम पर पुनर्विचार की मांग करेगा।
बैठक में नीरज भट्टाचार्य, कमलेश सिंह, सुबोध दुबे, सुदीप तिग्गा, प्रमोद कुमार, प्रशांत चौधरी, नरेंद्र कुमार, आयुष चौधरी, राहुल जायसवाल समेत अन्य डीलर उपस्थित थे।