रांची: भारत मौसम विज्ञान विभाग, रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाई अड्डा केंद्र द्वारा जारी ताज़ा मौसम चेतावनी के अनुसार, गुमला, लोहरदगा, रांची और सिमडेगा जिले के कुछ हिस्सों में अगले एक से तीन घंटे के भीतर हल्की से मध्यम दर्जे की गरज-चमक और बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने ‘येलो अलर्ट’ (Yellow: Watch – Be updated) जारी किया है।
विभाग के अनुसार इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवा चलने की भी संभावना है। इसका असर मुख्य रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में देखा जा सकता है, जहां खेतों में काम कर रहे किसान या खुले स्थानों में मौजूद लोग इस मौसम की चपेट में आ सकते हैं।
बिजली चमकने की आशंका, सावधानी जरूरी
मौसम विभाग ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि बिजली चमकने और गरज के कारण लोग पेड़ के नीचे या खुले स्थानों पर शरण न लें। खासतौर पर किसानों से अपील की गई है कि वे खेतों से बाहर आकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। साथ ही, लोग बिजली के खंभों और तारों से भी दूरी बनाए रखें।
चेतावनी में यह भी कहा गया है कि मौसम की स्थिति अगले कुछ घंटों में तेजी से बदल सकती है और लोग मौसम अपडेट्स के लिए सतर्क रहें। स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तापमान में गिरावट, लातेहार में सबसे अधिक बारिश दर्ज
13 अप्रैल 2025 को 17:30 IST तक के मौसम के आंकड़ों के अनुसार, रांची का अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3.8 डिग्री कम है। वहीं, लातेहार जिले में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रही।
सरायकेला जिले का तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो इस दिन का सबसे अधिक तापमान था। दूसरी ओर, चतरा, गढ़वा, देवघर, पूर्वी सिंहभूम जैसे जिलों में तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री तक नीचे रहा।
जागरूकता से टल सकती है बड़ी हानि
मौसम विभाग द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार इस येलो अलर्ट को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। इस तरह की चेतावनियों का उद्देश्य लोगों को संभावित खतरे से समय रहते आगाह करना है।
इस मौसम परिवर्तन का असर यातायात और जनजीवन पर भी पड़ सकता है। ऐसे में सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें और मौसम संबंधी ताज़ा जानकारी पर नज़र रखें।
रांची और उसके आसपास के जिलों में मौसम का मिज़ाज अचानक बदलने की संभावना है। गरज-चमक, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी को देखते हुए सभी नागरिकों को सतर्क रहना अनिवार्य है। मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट एक संकेत है कि परिस्थितियां गंभीर हो सकती हैं और समय रहते तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है।