JSSC CGL News: जेएसएससी सीजीएल (JSSC CGL) परीक्षा से जुड़े पेपर लीक और फर्जी दस्तावेज मामले ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। इस परीक्षा को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है, और अब एसआईटी (विशेष जांच दल) ने जांच में नए तथ्य उजागर किए हैं।
एसआईटी को कैसे मिले नए तथ्य?
एसआईटी ने जब जांच शुरू की, तो शुरुआती जांच में पेपर लीक से संबंधित ठोस साक्ष्य नहीं मिले। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, यह पाया गया कि पेपर लीक से जुड़ी फोटोग्राफी बाद में की गई थी। यह फोटोग्राफी यह साबित करने के लिए की गई थी कि गड़बड़ी परीक्षा के दौरान और परीक्षा से पहले हुई थी। इसके लिए मोबाइल फोन की टाइमलाइन को बदलकर फोटोग्राफी तैयार की गई।
मोबाइल डेटा की जांच
एसआईटी ने इस बात का पता लगाने के लिए फोटोग्राफी की सत्यता की जांच शुरू की। जब्त किए गए मोबाइल को एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) भेजा गया है, ताकि पता लगाया जा सके कि टाइमलाइन से छेड़छाड़ की गई है या नहीं।
छात्रों की भूमिका और जवाबदेही
जब शिकायत करने वाले छात्रों से पूछताछ की गई, तो उनके पास एसआईटी के सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं था। एसआईटी को यह संदेह हुआ कि छात्रों ने मोबाइल में टाइमलाइन बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
मुख्य सवाल और जवाब
- एसआईटी का सवाल: मोबाइल में उस व्यक्ति की फोटोग्राफ क्यों नहीं है, जिसके हाथ में पेपर लीक से संबंधित दस्तावेज़ थे?
- छात्रों का जवाब: इसका स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया।
- एसआईटी का निष्कर्ष: मोबाइल टाइमलाइन बदलकर झूठे दस्तावेज़ बनाए गए।
डीजीपी अनुराग गुप्ता का आदेश
जांच में नए तथ्यों के सामने आने के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एसआईटी को गहराई से जांच करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि:
- फर्जी दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट की सच्चाई की जांच की जाए।
- यह सुनिश्चित किया जाए कि दोषियों को सजा मिले।
अब तक एसआईटी को कितनी शिकायतें मिलीं?
जांच अधिकारियों के अनुसार, एसआईटी को अब तक 54 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इन शिकायतों में:
- पेपर लीक से संबंधित मामले।
- संदिग्ध छात्रों की जानकारी।
- परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी।
प्राप्त शिकायतों की समीक्षा
सभी शिकायतों की गहराई से जांच की जा रही है। हाईकोर्ट के निर्देश पर डीजीपी ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
मामले के दो प्रमुख पहलू
- छात्रों का दावा:
- छात्रों ने कहा कि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हुआ था।
- उन्होंने कुछ फोटोग्राफ, वीडियो और साक्ष्य जांच के लिए उपलब्ध कराए।
- जेएसएससी अधिकारियों का बयान:
- अधिकारियों ने दावा किया कि परीक्षा को प्रभावित करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए।
- इन दस्तावेजों के जरिए परीक्षा लीक का झूठा आरोप लगाया गया।
फर्जी दस्तावेज कैसे तैयार किए गए?
मोबाइल टाइमलाइन से छेड़छाड़
जांच में यह सामने आया कि मोबाइल फोन की टाइमलाइन को बदला गया। फर्जी दस्तावेज और चैट तैयार करने के लिए मोबाइल डेटा में हेरफेर किया गया।
व्हाट्सएप चैट और मीडिया फाइल्स
- फर्जी व्हाट्सएप चैट तैयार की गईं।
- मीडिया फाइल्स को इस तरह एडिट किया गया कि वे परीक्षा के दौरान की लगें।
आगे की जांच और सख्त कार्रवाई
एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार
जब्त किए गए मोबाइल और अन्य उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
न्यायपालिका की निगरानी
हाईकोर्ट की निगरानी में जांच हो रही है, जिससे निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक और फर्जी दस्तावेज मामले ने परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, एसआईटी की जांच से यह उम्मीद है कि दोषियों को सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।