झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 21 जिलों में समितियों को किया भंग, नई संयोजक मंडलियां गठित

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 21 जिलों में समितियों को किया भंग, नई संयोजक मंडलियां गठित

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपने केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के आदेश पर एक बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को 21 जिलों की जिला और बूथ स्तरीय समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि दुमका, धनबाद और हजारीबाग को इस निर्णय से अलग रखा गया है। साथ ही, इन 21 जिलों में नई संयोजक मंडलियों का गठन किया गया है।

महाधिवेशन की तैयारी में लिया गया फैसला

पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने बताया कि यह कदम झामुमो के संविधान के तहत उठाया गया है। उन्होंने कहा, “पार्टी के महाधिवेशन से पहले जिला और बूथ स्तर की समितियों को भंग करने का प्रावधान है। अब, जब महाधिवेशन नजदीक है, नई समितियों के गठन के लिए पुरानी समितियों को समाप्त करना आवश्यक था।”

तीन जिलों में बनी रहीं पुरानी समितियां

पार्टी सूत्रों के अनुसार, दुमका और धनबाद जिलों में फरवरी में आयोजित होने वाले स्थापना दिवस कार्यक्रम के कारण समितियों को नहीं भंग किया गया है। हजारीबाग में पहले से ही जिला समिति गठित नहीं थी, वहां संयोजक मंडली ही कार्यभार संभाल रही है।

21 जिलों में नई संयोजक मंडलियां गठित

झामुमो ने 21 जिलों के लिए संयोजक प्रमुखों की नियुक्ति की है। इनमें रांची से मुस्ताक आलम, खूंटी से जुबैर अहमद, लोहरदगा से मोजम्मिल अहमद, साहिबगंज से पंकज मिश्रा, और देवघर से संजय शर्मा जैसे नाम शामिल हैं। इन प्रमुखों को सदस्यता अभियान और नई समितियों के गठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

क्रमजिलासंयोजक प्रमुख
1.रांचीमुस्ताक आलम
2.खूंटीजुबैर अहमद
3.चतरापंकज प्रजापति
4.लोहरदगामोजम्मिल अहमद
5.साहिबगंजपंकज मिश्रा
6.कोडरमाबीरेंद्र पांडेय
7.सिमडेगाअनिल कंडुलना
8.गुमलाभूषण तिर्की
9.गोड्डावासुदेव सोरेन
10.देवघरसंजय शर्मा
11.जामताड़ारवींद्रनाथ दुबे
12.प.सिंहभूमसोनाराम देवगम
13.लातेहारलाल मोतीनाथ शाहदेव
14.बोकारोरतन लाल मांझी
15.गढ़वातनवीर आलम
16.सरायकेलाशुभेंदु महतो
17.गिरिडीहसंजय सिंह
18.पलामूराजेन्द्र कुमार सिन्हा
19.रामगढ़विनोद किस्कू
20.पाकुड़एजाजुल इस्लाम
21.पूर्वी सिंहभूमसंयोजक मंडली का गठन अभी नहीं

सदस्यता अभियान का शुभारंभ

18 जनवरी से 28 फरवरी तक पार्टी का राज्यव्यापी सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। नवगठित संयोजक मंडलियों को निर्देश दिया गया है कि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय समिति के सदस्यों के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं। इसके बाद पंचायत और वार्ड स्तर पर समितियों के गठन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

मार्च-अप्रैल में होगा महाधिवेशन

झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने बताया कि मार्च या अप्रैल में पार्टी का महाधिवेशन होने की संभावना है। इसके लिए सभी जिलों की नई समितियों से सुझाव और अनुशंसा मांगी जाएगी।

झामुमो के इस बड़े कदम को आगामी महाधिवेशन की तैयारी और संगठन को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी का यह कदम झारखंड की राजनीति में नए समीकरण तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Subhash Shekhar

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