Deoghar: आज के डिजिटल युग में साइबर क्राइम एक गंभीर समस्या बन चुका है। लोग जल्दी पैसा कमाने के लालच में ऐसे जालसाजों के शिकार हो रहे हैं जो ऑनलाइन माध्यमों से ठगी करते हैं। देवघर जिले के करौं थाना क्षेत्र के एक युवक ने इसी लालच में फंसकर अपने रिश्तेदार की पूरी जीवन भर की कमाई दांव पर लगा दी। Cyber Crime News Deoghar के तहत हम इस मामले की पूरी जानकारी देंगे, ताकि लोग सतर्क रहें और ऐसी धोखाधड़ी से बच सकें।
कैसे हुआ साइबर ठगी का शिकार?
देवघर जिले के एक युवक ने 91 गेमिंग ऐप के जरिए पैसे कमाने का सपना देखा। उसने फेसबुक पर इस गेमिंग ऐप का विज्ञापन देखा और सोचा कि यह एक शानदार अवसर है।
- पहला चरण: युवक ने छोटे-छोटे अमाउंट से शुरुआत की। उसे 100-150 रुपए के निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलने लगा।
- दूसरा चरण: धीरे-धीरे उसे बड़े निवेश के लिए प्रेरित किया गया और उसने लाखों रुपए लगाने शुरू कर दिए।
- तीसरा चरण: दो अलग-अलग आइडी बनाकर उसने गेमिंग ऐप में कुल 71 लाख रुपए लगाए, जिसमें से 49 लाख रुपए वापस मिले, लेकिन बैंक ने उनपर होल्ड लगा दिया।
युवक को जब एहसास हुआ कि वह एक साइबर ठगी का शिकार हुआ है, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
बैंक अकाउंट पर होल्ड और कानूनी पेंच
जब युवक ने बैंक से संपर्क किया, तो उसे बताया गया कि उसके खाते में आए पैसे साइबर ठगी से जुड़े हो सकते हैं। बैंक ने दिल्ली, गुजरात और अन्य राज्यों से ट्रांसफर किए गए फंड्स पर लिएन (Lien) लगा दिया।
- एक अकाउंट में 10 लाख रुपए पर लिएन लगा।
- दूसरे अकाउंट में 2 लाख रुपए पर गुजरात से लिएन लगा, जहां 54 लाख की साइबर ठगी का केस दर्ज था।
इस तरह युवक 22 लाख रुपए पूरी तरह से गंवा बैठा और जो पैसे वापस मिले, वे भी बैंक होल्ड में चले गए।
कैसे काम करता है गेमिंग ऐप से साइबर फ्रॉड?
साइबर अपराधी फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए लोगों को गेमिंग ऐप्स से जोड़ते हैं। उनका काम निम्नलिखित चरणों में होता है:
- लुभावने विज्ञापन – अधिक रिटर्न का लालच दिया जाता है।
- प्रारंभिक लाभ – निवेश करने पर कुछ समय तक पैसा लौटाया जाता है।
- बड़े निवेश का प्रलोभन – जब यूजर का विश्वास बढ़ जाता है, तो उसे भारी निवेश के लिए उकसाया जाता है।
- पैसे का गबन – जब बड़ी रकम निवेश हो जाती है, तो पैसे रोक दिए जाते हैं और ऐप अचानक गायब हो जाता है।
साइबर पुलिस से मदद की गुहार
जब युवक को एहसास हुआ कि वह साइबर ठगों के जाल में फंस चुका है, तो उसने साइबर थाना, देवघर में शिकायत दर्ज कराई। उसने पुलिस से अपनी ठगी की रकम वापस दिलाने की अपील की है।
साइबर ठगी से बचने के लिए ज़रूरी टिप्स
1. संदिग्ध गेमिंग और निवेश ऐप्स से बचें:
- कभी भी फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों पर भरोसा न करें।
- केवल रिजस्टर्ड और सरकारी मान्यता प्राप्त निवेश प्लेटफार्मों का उपयोग करें।
2. अज्ञात स्रोतों पर पैसे ट्रांसफर न करें:
- गेमिंग या किसी अन्य स्कीम में अधिक रिटर्न का लालच खतरनाक हो सकता है।
- हमेशा बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन की पूरी जानकारी रखें।
3. साइबर सेल से तुरंत संपर्क करें:
- यदि किसी प्रकार की ठगी हो जाए, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
- राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज कराएं।
आज के डिजिटल युग में साइबर ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को धोखा दे रहे हैं। Cyber Crime News Deoghar जैसी घटनाएं हमें सिखाती हैं कि किसी भी ऑनलाइन निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल करना जरूरी है। इस युवक ने लालच में आकर अपनी और अपने रिश्तेदार की जिंदगी भर की पूंजी खो दी। यह घटना बाकी लोगों के लिए एक सबक है कि जल्दी पैसा कमाने के लालच से बचें और साइबर सुरक्षा उपाय अपनाएं।