IPL 2025 में मुंबई इंडियंस का खिताबी सफर एक बार फिर अधूरा रह गया. क्वालिफायर-2 में पंजाब किंग्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई को 5 विकेट से हराकर पहली बार फाइनल में जगह बना ली. 204 रन के मजबूत लक्ष्य को श्रेयस अय्यर की नाबाद 87 रन की पारी ने जैसे आसान बना दिया.
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 203 रन बनाए, जो इस पिच पर जीत के लिए काफी माने जा रहे थे. लेकिन अंतिम ओवरों में गेंदबाजी में चूकों और रणनीतिक गलतियों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया. पंजाब ने इन कमजोरियों का फायदा उठाया और फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली.
हार के 5 बड़े कारण, जो मुंबई को ले डूबे
मुंबई इंडियंस की इस हार के पीछे कई अहम वजहें रहीं, जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. सबसे पहले तो टीम के सीनियर बल्लेबाज रोहित शर्मा केवल 8 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए. जबकि उनके कैच का एक मौका भी पंजाब ने गंवाया, लेकिन वो इसका लाभ नहीं उठा सके.
सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने 72 रन की अहम साझेदारी जरूर की, लेकिन दोनों सेट बल्लेबाज 44-44 रन पर आउट हो गए. यह विकेट मुंबई की रफ्तार पर ब्रेक साबित हुआ और अंत में टीम 10-15 रन कम रह गई.
इतिहास में पहली बार मुंबई इंडियंस 200+ का स्कोर डिफेंड नहीं कर सकी. डेथ ओवरों में गेंदबाजी सबसे बड़ी कमजोरी बनकर सामने आई. खासतौर पर अश्वनी कुमार ने 19वें ओवर में 26 रन दे दिए, जिससे मैच पंजाब की झोली में चला गया.
जसप्रीत बुमराह जैसे मैच विनर गेंदबाज का गलत समय पर इस्तेमाल भी बड़ा कारण बना. कप्तान हार्दिक पांड्या ने उन्हें 18वें ओवर में गेंद दी, जब तक मैच पंजाब की पकड़ में आ चुका था. बुमराह ने भी उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी नहीं की और 4 ओवर में 40 रन देकर विकेटविहीन रहे.
गेंदबाजी में एकरूपता की भारी कमी देखने को मिली. रीस टॉपली, हार्दिक पांड्या और ट्रेंट बोल्ट दबाव बनाने में असफल रहे. वहीं, पूरे सीजन मुंबई की निर्भरता कुछ खास खिलाड़ियों पर रही. सूर्यकुमार यादव और बुमराह पर अत्यधिक भरोसे ने टीम को नुकसान पहुंचाया. मिडिल ऑर्डर और ऑलराउंड प्रदर्शन की कमी इस बड़े मुकाबले में साफ नज़र आई.
नई टीम, नया चैंपियन
मुंबई इंडियंस की यह हार उनके लिए एक और प्लेऑफ की निराशा लेकर आई. रणनीतिक फैसलों की आलोचना हो रही है, खासकर दबाव के क्षणों में टीम की विफलता को लेकर. अब 3 जून को आईपीएल 2025 का फाइनल खेला जाएगा, जहां पंजाब किंग्स और आरसीबी आमने-सामने होंगे.
यह मैच न केवल नए चैंपियन को जन्म देगा, बल्कि आईपीएल के इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ेगा. पंजाब के लिए यह मौका स्वर्णिम इतिहास रचने जैसा होगा, जबकि मुंबई को अगले सीजन में अपनी रणनीतियों पर गंभीर पुनर्विचार करना होगा.