ओडिशा वॉरियर्स ने JSW सूरमा हॉकी क्लब को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया
Ranchi: महिला हीरो हॉकी इंडिया लीग (HIL) 2024-25 का पहला संस्करण आज ऐतिहासिक तरीके से समाप्त हुआ, जिसमें ओडिशा वॉरियर्स ने JSW सूरमा हॉकी क्लब को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह रोमांचक फाइनल मुकाबला मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम, रांची में खेला गया। वॉरियर्स की ओर से रुतुजा दादासो पिसाल ने (20’, 56’) दो गोल किए, जबकि सूरमा के लिए पेनी स्क्विब (28’) ने एकमात्र गोल किया।
पहला क्वार्टर: डिफेंस का दबदबा और बिना गोल के अंत
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया। ओडिशा वॉरियर्स की खिलाड़ी फ्रीके मूज ने पहले ही मिनट में सर्कल में प्रवेश किया, लेकिन JSW सूरमा की रक्षात्मक लाइन और गोलकीपर सविता ने मौके को बेकार कर दिया। दोनों टीमें बारी-बारी से गेंद पर नियंत्रण बनाती रहीं लेकिन कोई भी टीम पहला गोल करने में कामयाब नहीं हो सकी। पहला क्वार्टर गोलरहित समाप्त हुआ, लेकिन खेल का रोमांच बरकरार रहा।

दूसरा क्वार्टर: रुतुजा और स्क्विब का शानदार प्रदर्शन
दूसरे क्वार्टर में खेल और तेज हो गया। विक्टोरिया सॉज के पास को रुतुजा दादासो पिसाल ने शानदार तरीके से डिफ्लेक्ट कर गेंद को गोलपोस्ट में पहुंचा दिया। ओडिशा वॉरियर्स को 20वें मिनट में बढ़त मिल गई।
हालांकि, सूरमा क्लब ने तेजी से वापसी की। 28वें मिनट में पेनी स्क्विब ने पेनल्टी कॉर्नर पर एक शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए गेंद को गोलपोस्ट के निचले दाएं कोने में पहुंचाकर स्कोर बराबर कर दिया। दूसरा क्वार्टर 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ।
तीसरा क्वार्टर: दोनों टीमों के बीच जबरदस्त टकराव
तीसरे क्वार्टर में JSW सूरमा ने खेल की गति को और तेज कर दिया। शार्लेट एंगलबर्ट और ओलिविया शैनन ने जोसलीन बार्ट्रम की गोलकीपिंग को कई बार परखा। सूरमा को जल्दी ही एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन ज्योति की स्ट्राइक को बार्ट्रम ने बेहतरीन तरीके से रोक लिया।
दूसरी तरफ, ओडिशा वॉरियर्स ने भी मौके बनाए लेकिन कोई गोल नहीं कर सकी। तीसरा क्वार्टर भी गोलरहित रहा और स्कोर 1-1 पर टिका रहा।
चौथा क्वार्टर: रुतुजा की निर्णायक स्ट्राइक
आखिरी क्वार्टर में दोनों टीमें सतर्क होकर खेल रही थीं। मैच के आखिरी 8 मिनट में वॉरियर्स को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन नेहा की शॉट गोलपोस्ट के ऊपर चली गई। इसके तुरंत बाद, रुतुजा दादासो पिसाल ने एक ढीली गेंद को उठाकर सविता के पैरों के बीच से नेट में डालकर टीम को निर्णायक बढ़त दिला दी।
इसके बाद वॉरियर्स को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन यिब्बी जानसेन की फ्लिक को सूरमा के डिफेंस ने आसानी से रोक दिया। आखिरी मिनटों में JSW सूरमा ने बराबरी के लिए पूरा जोर लगाया, लेकिन ओडिशा वॉरियर्स के शानदार डिफेंस ने उनकी हर कोशिश को नाकाम कर दिया। वॉरियर्स ने 2-1 की बढ़त के साथ खिताब जीत लिया।
ओडिशा वॉरियर्स की ऐतिहासिक जीत
यह जीत न केवल ओडिशा वॉरियर्स के लिए बल्कि भारतीय महिला हॉकी के लिए भी ऐतिहासिक है। यह महिला हॉकी के प्रति बढ़ते समर्थन और खिलाड़ियों की मेहनत का प्रमाण है।
रुतुजा दादासो पिसाल को उनकी शानदार परफॉर्मेंस के लिए “प्लेयर ऑफ द मैच” घोषित किया गया।