Patna: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह है उनका एक ऐसा फेसबुक पोस्ट, जिसने न सिर्फ उनके निजी जीवन को सार्वजनिक किया, बल्कि राज्य की राजनीति में भी हलचल मचा दी।
शनिवार शाम तेजप्रताप के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट किया गया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि वे 12 सालों से अनुष्का यादव नाम की महिला से प्रेम संबंध में हैं। इस पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी साझा की गई थी, जिसमें वे मुस्कुराते हुए एक महिला के साथ नजर आ रहे थे। पोस्ट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई।
हैकिंग का दावा, साजिश की आशंका
हालांकि यह मामला तब और पेचीदा हो गया, जब पोस्ट के करीब पांच घंटे बाद तेजप्रताप ने सफाई दी कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके नाम से झूठी और भ्रामक जानकारी पोस्ट की गई, जिसमें उनकी तस्वीरों को भी गलत तरीके से एडिट किया गया।
रात करीब 11 बजे उन्होंने एक नया बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, “मेरे सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। यह मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ रची गई एक साजिश है।” उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।
राजनीति के बीच प्रेम का खुलासा, या राजनीति का शिकार?
तेजप्रताप इन दिनों मालदीव में ध्यान और आध्यात्मिक साधना में लीन हैं। ऐसे में इस पोस्ट का आना और फिर डिलिट होना कई सवाल खड़े करता है। खासकर तब जब बिहार में चुनावी माहौल गर्म है और विपक्षी खेमे में उठापटक चल रही है।
गौरतलब है कि तेजप्रताप पहले भी अपने फेसबुक अकाउंट से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पायलट ट्रेनिंग जैसी निजी जानकारियां शेयर कर चुके हैं। उनके अकाउंट पर करीब 6.9 लाख फॉलोअर हैं, जिससे उनके हर पोस्ट को व्यापक प्रतिक्रिया मिलती है।
सोशल मीडिया पर मिक्स रिएक्शन, ट्रोलिंग भी शुरू
तेजप्रताप के पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ समर्थकों ने इसे एक साहसी और दिल से जुड़ा कदम बताया, तो कुछ ने इसे पब्लिसिटी स्टंट कहकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। पोस्ट महज एक घंटे में 17 हजार लाइक, 4,500 कमेंट और 1,000 से अधिक शेयर पा चुका था।
इस पूरे घटनाक्रम ने तेजप्रताप यादव को एक बार फिर सुर्खियों में ला खड़ा किया है। क्या यह वाकई प्रेम का इज़हार था या फिर राजनीतिक हमले की एक गहरी साजिश? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल बिहार की राजनीति में तेजप्रताप का नाम फिर एक बार चर्चा के केंद्र में है।