Khunti: समाज को झकझोर देने वाली इस घटना ने एक बार फिर से राज्य में महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र में तीन नाबालिग आदिवासी लड़कियों के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है।
पुलिस जांच और अब तक की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक दर्जन से अधिक आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। खूंटी के एएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित कर दी गई है।
पीड़िताओं के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है और मेडिकल जांच के लिए उन्हें भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले का उद्भेदन कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा को लेकर सवाल
इस घटना से इलाके में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन की नीतियों पर भी सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय संगठनों और आदिवासी समुदायों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की है।

क्या है सरकार और प्रशासन का रुख?
इस मामले पर अब तक सरकार की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन खूंटी जिला प्रशासन और पुलिस इस केस को प्राथमिकता पर लेकर जांच में जुटी है।
आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि:
- आरोपियों की गिरफ्तारी और चार्जशीट दाखिल होने में कितना समय लगता है?
- क्या पीड़िताओं और उनके परिवार को न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी?
- इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
हमारी अपील
यह घटना सिर्फ एक खबर नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए।
इस मामले में आपकी क्या राय है? क्या सरकार को इस पर तुरंत कोई ठोस कदम उठाने चाहिए?