Ranchi: सरहुल पर्व को भव्य रूप से मनाने के लिए केंद्रीय सरना समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आज केंद्रीय कार्यालय, 13 आरआईटी बिल्डिंग, कचहरी परिसर, रांची में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फूलचंद तिर्की ने की।
सरहुल पर्व की महत्ता
अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि सरहुल आदिवासी समाज का सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष –
- 31 मार्च 2025 को उपवास एवं केकड़ा-मछली पकड़ने की परंपरा निभाई जाएगी।
- 1 अप्रैल 2025 को पूजा अर्चना एवं विशाल सरहुल शोभायात्रा निकाली जाएगी।
शोभायात्रा की तैयारियां
केंद्रीय महासचिव संजय तिर्की ने बताया कि –
- शोभायात्रा में ढोल-नगाड़ों एवं मांदर की धुन के साथ महिलाएं लाल पाड़ साड़ी में तथा पुरुष धोती-गंजी पहनकर शामिल होंगे।
- गांव, मोहल्लों और सरना अखड़ों की साफ-सफाई की जाएगी, ताकि पूजा एवं शोभायात्रा का आयोजन पवित्र वातावरण में हो सके।
- शोभायात्रा का समय निर्धारित कर अनुशासन एवं शांति के साथ इसका समापन सुनिश्चित किया जाएगा।
शांतिपूर्ण आयोजन पर जोर
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा ने सुझाव दिया कि शोभायात्रा को समय से पहले शुरू किया जाए, ताकि इसे सफलतापूर्वक और शांतिपूर्वक संपन्न किया जा सके।
बैठक में उपस्थित गणमान्य
बैठक में केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की, संरक्षक भुनेश्वर लोहार, विमल कच्छप, विनय उरांव, सहाय तिर्की, कंदना उरांव, बाना मुंडा सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।