राम मंदिर के इंजीनियर आशीष सोनपुरा अब रांची में बनाएंगे भव्य तपोवन मंदिर

राम मंदिर के इंजीनियर आशीष सोनपुरा अब रांची में बनाएंगे भव्य तपोवन मंदिर

Ranchi: रांची में एक बार फिर अध्यात्म और आस्था का संगम होने जा रहा है। श्रीराम जानकी तपोवन मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो गया है और इसकी जिम्मेदारी उसी शख्स को सौंपी गई है, जिसने अयोध्या के राम मंदिर को इंजीनियरिंग के माध्यम से साकार किया — आशीष सोनपुरा। यह मंदिर करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।

सोमवार को मंदिर परिसर में शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस शुभ अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे। दोनों ने विधिपूर्वक पूजा में भाग लिया और राज्य में सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की।

अयोध्या से पहुंचे साधु-संत, छठी और भंडारे का आयोजन

शिलान्यास समारोह को विशेष बनाने के लिए अयोध्या, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से आए महंतों और साधु-संतों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कनक भवन अयोध्या के महंत राम नरेश, हनुमानगढ़ी के महंत रामाश्रय शरण, ठाकुरद्वारा हिमाचल के रामनारायण दास समेत अन्य कई प्रमुख संतों ने पूजा-अर्चना की।

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व महंत ओमप्रकाश शरण, समिति सदस्य अयोध्या दास, रामविलास, पुजारी गोपाल व सुनील, संरक्षक रमेश धरणीधरका, ज्योति बजाज और अमित बजाज सहित कई श्रद्धालु व पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसी दिन श्रीराम प्राकट्योत्सव के अवसर पर भव्य छठी और भंडारे का आयोजन भी हुआ।

दोपहर 2:30 बजे भोग आरती और शाम 7:30 बजे विशेष आरती का आयोजन किया गया। माहौल में राम नाम की गूंज और भक्ति रस की सरिता बहती रही।

अयोध्या से पहुंचे साधु-संत, छठी और भंडारे का आयोजन

राजस्थान के पत्थरों से बनेगा मंदिर, सीमेंट और छड़ का नहीं होगा प्रयोग

तपोवन मंदिर का निर्माण अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर किया जाएगा। इसमें राजस्थान के उच्च गुणवत्ता वाले सफेद पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा। यह मंदिर अपनी भव्यता और शुद्ध वास्तुकला के लिए विशेष होगा।

इंजीनियर आशीष सोनपुरा, जिनकी तकनीकी कुशलता से अयोध्या का भव्य राम मंदिर बना, अब तपोवन मंदिर के निर्माण में भी वही तकनीक अपनाएंगे। मंदिर को पूरी तरह प्राचीन भारतीय वास्तुशास्त्र के अनुसार बनाया जाएगा, जिसमें ना तो सीमेंट का प्रयोग होगा और ना ही छड़ का।

इस अनोखे निर्माण तकनीक से मंदिर सैकड़ों वर्षों तक टिकाऊ रहेगा। श्रद्धालुओं और मंदिर समिति को उम्मीद है कि यह मंदिर रांची के धार्मिक मानचित्र पर एक नई पहचान बनाएगा।

मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिलान्यास अवसर पर मंदिर समिति और श्रद्धालुओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि तपोवन मंदिर न केवल एक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि यह राज्य में धार्मिक पर्यटन को भी नया आयाम देगा। उन्होंने आशा जताई कि मंदिर निर्माण कार्य समय पर और पूर्ण श्रद्धा के साथ संपन्न होगा।

यह परियोजना न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार और विकास का अवसर मिलेगा। आशीष सोनपुरा की अगुवाई में मंदिर का निर्माण निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में उभरेगा।

Subhash Shekhar

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