Ranchi: जेपी नड्डा द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधे जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से जवाबी प्रेस नोट जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है. सत्ता से जनता ने हटा दिया तो मानसिक संतुलन बिगड़ गया है.
प्रेस नोट कहा गया है कि भाजपा के नेताओं को आदिवासी अपने गांवों में घुसने नहीं देंगे, मिट्टी लेने गए थे भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में तो मुंडा समाज के लोगों द्वारा खदेड़ दिया. सपने में भी भाजपा के नेताओं को सीएम हेमंत सोरेन दिखते हैं. भाजपा और आर एस एस को आदिवासी, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक से नफरत है.
चुनावों में भाजपा का सफाया हो जाएगा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयानों के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय की ओर से यह बयान जारी किया गया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि भाजपा के नेताओं को सपने में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी दिखाई पड़ते हैं. सच्चाई यह है कि भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है. पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने इन्हें पूरा सबक सिखाया था. आगामी चुनावों में तो इनका झारखंड से तो पूरी तरह सफाया ही हो जाएगा.
विनोद पांडेय ने कहा कि इसी बौखलाहट और घबराहट में भाजपा के नेता हमेशा अनर्गल आरोप लगाते चलते हैं. इन्हें झारखंड की चौहद्दी और संस्कृति तक की जानकारी नहीं है. झारखंडियों ने अंग्रेजों को भी मार भगाया था.
विनोद पांडेय ने कहा कि जिन आरोपों को नड्डा जी दोहरा रहे हैं, उसकी तो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एसआइटी से जांच तक कराई थी. झूठ को सौ बार दोहराने से वह सच नहीं हो जाता.
भाजपा को पच नहीं रहा झारखंड का आदिवासी सीएम
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस इसी थ्योरी पर काम करती है. इन्हें पच नहीं रहा है कि एक आदिवासी सीएम की कुर्सी पर बैठा है, जो दिन-रात झारखंड और झारखंडियों के लिए काम कर रहा है. भाजपा ने तो अपने दल के आदिवासी नेताओं को भगाकर कर एक बाहरी छत्तीसगढि़या को सीएम बनाकर सत्ता चलाया. झारखंड देश में निचले पायदान पर चला गया.
विनोद पांडेय जी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को असली चिढ़ आदिवासी से है. वे उन्हें जंगली और वनवासी कहते हैं. भाजपा के नेताओं को आदिवासी अपने गांवों में घुसने नहीं देते.
विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा के नेता भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में मिट्टी लेने गए थे तो मुंडाओं ने इन्हें वहां से खदेड़ दिया. भाजपा के नेताओं को अपने भीतर झांककर देखना चाहिए. हमें अलग झारखंड राज्य भीख या सौगात में नहीं मिली है. झारखंड के लिए आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने लंबा संघर्ष किया. उसी का परिणाम झारखंड है. भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से हेमंत सोरेन को रोकना चाहती है, लेकिन उनका मंसूबा कभी सफल होने वाला नहीं है. हेमंत सोरेन गीदड़ भभकी से नहीं डरते.