रांची। झारखंड में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) की तैयारियां अब अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने गुरुवार को सभी जिलों के ERO, AERO और निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रक्रिया को निर्धारित समयसीमा में पूरा करना हर हाल में अनिवार्य है।
“एक भी मतदाता न छूटे” लक्ष्य पर जोर
श्री कुमार ने बैठक में स्पष्ट कहा कि मतदाता सूची की पूर्णता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना सभी जिलों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी मतदाता का नाम छूटने या गलत तरीके से हटने की संभावना बिल्कुल न रहे।
17 सितंबर तक रिपोर्टिंग अनिवार्य
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी जिलों को 17 सितंबर तक विधानसभा क्षेत्रवार मतदान केंद्रों का रेशनलाइजेशन पूरा करना होगा। इसके बाद समय पर रिपोर्टिंग करना जरूरी है।
- 2003 की मतदाता सूची को वर्तमान सूची से मिलान कर त्रुटियों का सुधार
- कंप्यूटर ऑपरेटरों और बीएलओ की ट्रेनिंग शीघ्र पूरी करना
- मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया में गति और सटीकता सुनिश्चित करना
SIR प्रक्रिया पर विस्तृत मार्गदर्शन
इस दौरान पीपीटी के माध्यम से अधिकारियों को पूरे SIR प्रक्रिया पर जानकारी दी गई।
- किसी भी मतदाता का नाम गलत तरीके से न हटे
- मतदाताओं को आवश्यक जानकारी समय पर उपलब्ध हो
- SVEEP गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों को जागरूक करना
लोकतंत्र की मजबूती से जुड़ा कार्य
बैठक में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरज ठाकुर, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार सहित सभी जिले शामिल रहे।
श्री कुमार ने कहा कि यह केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती से जुड़ा कार्य है। अगर मतदाता सूची पारदर्शी और त्रुटिरहित होगी तो मतदान प्रक्रिया और भी विश्वसनीय बनेगी।








