नई दिल्ली: ईरान में जारी संघर्ष के बीच भारत सरकार की तरफ से शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंधु” के तहत एक और राहतभरी खबर सामने आई है। ईरान में फंसे 290 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष उड़ान शनिवार देर रात राजधानी दिल्ली पहुंची।
यह विशेष विमान ईरान के मशहद शहर से उड़ान भरकर रात 11:30 बजे दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरा। विदेश मंत्रालय (MEA) ने इसकी पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि अब तक इस अभियान के जरिए कुल 1,117 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा,
“ऑपरेशन सिंधु को मिल रही है गति। 290 भारतीय नागरिकों को लेकर आया विशेष विमान रात 11:30 बजे दिल्ली पहुंचा। इस तरह अब तक कुल 1,117 भारतीय ईरान से सुरक्षित वापस लाए गए हैं।”
संघर्ष के बीच राहत की सांस, 310 और भारतीयों की वापसी
इससे पहले दिन में एक अन्य विशेष उड़ान के जरिए 310 भारतीय नागरिकों को ईरान के मशहद शहर से लाया गया। यह विमान शनिवार दोपहर 4:30 बजे दिल्ली पहुंचा था। इस तरह एक ही दिन में कुल 600 भारतीयों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से सुरक्षित निकाला गया।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते से ईरान और इज़राइल के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात पर भारी असर पड़ा है। इससे सैकड़ों भारतीय नागरिक ईरान में फंस गए थे।
इन्हीं हालात को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने “ऑपरेशन सिंधु” नाम से एक विशेष निकासी अभियान शुरू किया, जिसके तहत लगातार उड़ानों के जरिए भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया जा रहा है।
नेपाल और श्रीलंका के नागरिक भी होंगे शामिल
भारत सरकार का यह अभियान अब सिर्फ भारतीय नागरिकों तक सीमित नहीं रहेगा। श्रीलंका और नेपाल की सरकारों के आग्रह पर भारतीय दूतावास ने अब ईरान में फंसे इन दोनों देशों के नागरिकों को भी इस निकासी मिशन में शामिल करने का फैसला किया है।
भारत स्थित श्रीलंका के दूतावास ने बयान जारी कर कहा,
“नेपाल और श्रीलंका की सरकारों के अनुरोध पर, ईरान में भारत की निकासी योजना अब इन देशों के नागरिकों को भी कवर करेगी।”
मानवीय संकट में भारत की तेज़ प्रतिक्रिया
भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि संकट की घड़ी में वह न केवल अपने नागरिकों के लिए, बल्कि पड़ोसी देशों के नागरिकों के लिए भी मदद का हाथ बढ़ाता है।
“ऑपरेशन सिंधु” को लेकर विदेश मंत्रालय की सक्रियता, एम्बेसीज का तालमेल और विशेष उड़ानों की उपलब्धता भारत की तेज़ और प्रभावशाली कूटनीतिक कार्यशैली का उदाहरण है।
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक अंतिम भारतीय नागरिक सुरक्षित अपने घर नहीं लौटता, तब तक यह मिशन जारी रहेगा।