Ranchi: डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने रांची के विभिन्न (Orphanage) बालगृह, आश्रय, (old age home) वृद्धाश्रम और संप्रेषण गृह, डूमरदगा का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उपायुक्त द्वारा इन सभी स्थानों में व्यवस्था का बारीकी से जायजा लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को और बेहतर व्यवस्था के लिए आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिए गए.
डीसी द्वारा निरीक्षण किये गए लोकेशन
- करुणा एन.एम.ओ. बरियातू, रांची.
- सम्प्रेक्षण गृह, डुमरदगा, रांची.
- आशा (खुला आश्रय गृह), नीचे चुटिया, कमडु तालाब, राँची.
- प्रेमाश्रय, स्टेशन रोड रांची.
- अपना घर, हेसाग, हटिया.
- सहयोग विलेज, अशोक नगर, राँची.
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा सबसे पहले बरियातू स्थित करुणा एनएमओ पहुंचे. यहां पहुंच कर उपायुक्त द्वारा संचालक से पूरी व्यवस्था की जानकारी ली गई. बच्चों के खाने-पीने, चिकित्सकीय जांच, दवाइयां और शिक्षा के बारे में उपायुक्त द्वारा विस्तार से जानकारी ली गई.
बच्चों के एडॉप्शन के संबंध में संचालक द्वारा बताया गया कि सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) के गाइडलाइंस के अनुसार बच्चों को भारत के साथ-साथ दूसरे देश भी भेजा जाता है.
उपायुक्त ने एडॉप्शन के बाद भारत से बाहर भेजे गए बच्चों के कुशलक्षेम जानने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है, इसके बारे में भी पूछा. संचालक द्वारा बताया गया कि एंबेसी के माध्यम से बच्चों से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त की जाती है.
करुणा एनएमओ में कुछ ही समय में बच्चे उपायुक्त के साथ काफी घुलमिल गए. बच्चों ने उपायुक्त को प्रार्थना कर सुनाया. उपायुक्त द्वारा संचालक को जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद उपलब्ध कराने की बात कही गई.
उपायुक्त ने कहा कि अगले कुछ दिनों में बच्चों के खेलने की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी.

संप्रेक्षण गृह डूमरदगा में व्यवस्था का जायजा
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा संप्रेक्षण डूमरदगा का भी निरीक्षण करने पहुंचे. यहां पर रह रहे किशोरों से उपायुक्त ने मुलाकात कर उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा. उपायुक्त ने बच्चों के भोजन के लिए खाना बनाने की व्यवस्था, चिकित्सकीय सुविधा, लीगल हेल्प, क्लासरूम, कंप्यूटर क्लास, बाथरूम इत्यादि व्यवस्था की भी निरीक्षण किया.
स्वच्छ रहें, मन लगाकर पढ़ें – उपायुक्त
उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने संप्रेक्षण गृह में रह रहे किशोरों से खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि स्वच्छ रहें, मन लगाकर पढ़ें और खूब खाना खाएं.
उपायुक्त ने बच्चे किस कक्षा में पढ़ रहे हैं और उनके परीक्षा देने की क्या व्यवस्था है, इसके बारे में भी संचालक से पूरी जानकारी ली.
बच्चों के कैरेक्टर बिल्डिंग पर दें ध्यान-उपायुक्त
राहुल कुमार सिन्हा ने बच्चों के काउंसलिंग के बारे में जानकारी लेते हुए काउंसलर से कहा कि बच्चों के कैरेक्टर बिल्डिंग पर ध्यान दें. बच्चों को पढ़ाने वाली शिक्षक से भी उपायुक्त ने उनके बेहतर कल के लिए चरित्र निर्माण पर जोर देने के लिए कहा.

बच्चों ने उपायुक्त को भेंट की पेंटिंग
संप्रेक्षण गृह डूमरदगा में रह रहे कई बच्चे ऐसे भी हैं जो पढ़ाई के साथ-साथ पेंटिंग में भी काफी कुशल हैं. इन्हीं में से 2 बच्चों ने उपायुक्त को स्वयं से बनाई गई पेंटिंग भेंट की. पेंटिंग को देख उपायुक्त काफी प्रभावित हुए. उन्होंने बच्चों से काफी देर तक बात करते हुए बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दीं.
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा रांची के चुटिया स्थित आशा (खुला आश्रय गृह) भी पहुँचे. यहां उपायुक्त द्वारा पूरी व्यवस्था की विस्तार से जानकारी ली गई.
संचालक द्वारा बताया गया कि आश्रय गृह 24 घंटे खुला रहता है और यहां अनाथ, कचरा चुनने वाले बच्चे को आश्रय दिया जाता है. यहां आने वाले बच्चों के रहने, खाने-पीने, खेलने सहित बच्चों की सेवा में लगे महिलाओं के बारे में भी उपायुक्त द्वारा जानकारी ली गई.
इसके बाद उपायुक्त स्टेशन रोड स्थित प्रेमाश्रय पहुंचे. संचालक द्वारा बताया गया कि यहां 7-18 वर्ष की लड़कियां रह रही हैं, जिनमें देश के अलग-अलग राज्यों के साथ बांग्लादेश की भी एक बच्ची है.
उपायुक्त द्वारा संस्था की स्थापना से लेकर कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी ली गई. संचालक द्वारा बताया गया कि सीडब्ल्यूसी के निर्देशानुसार बच्चियों को यहां लाया और ले जाया जाता है.
पढ़ाई बेहद जरूरी है
प्रेमाश्रय में रह रही बच्चों के लिए व्यवस्था की पूरी जानकारी लेते हुए उपायुक्त ने उनसे मुलाकात भी की. बच्चों ने उपायुक्त के लिए स्वागत गान भी गाया. उपायुक्त ने कहा कि जीवन में पढ़ाई अति आवश्यक है, प्रेम भाव से रहते हुए शिक्षा ग्रहण करें.
वृद्धाश्रम में पहुँचकर जाना बुजुर्गों का हाल
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने हेसाग स्थित अपना घर ओल्ड एज होम पहुंचकर बुजुर्गों का हालचाल भी जाना. संचालिका से उपायुक्त ने उनके समक्ष आ रही परेशानियों के बारे में भी जानकारी ली.
उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि उनकी परेशानियों के समाधान के लिए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक सहयोग किया जाएगा. उपायुक्त ने यहां रह रहे बुजुर्गों से बारी-बारी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा.
इसके बाद उपायुक्त अशोक नगर स्थित सहयोग विलेज पहुंचे और यहां पर रह रहे बच्चों के बारे में जानकारी ली. संचालिका द्वारा बताया गया कि यहां कुल 6 बच्चे हैं, जिसमें पलामू और गढ़वा से 1-1 और खूंटी से 4 बच्चे हैं.
उपायुक्त द्वारा बच्चों को दी जाने वाली सुविधा और अन्य व्यवस्था के बारे में संचालिका से विस्तार से पूछा. उन्होंने कहा जिला प्रशासन द्वारा बच्चों की सुविधा के लिए सहयोग किया जाएगा.