सोनाहातु। थाना क्षेत्र में लगातार मवेशी तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को शुक्रवार को एक और बड़ी सफलता मिली। कोटाब गांव के समीप छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया, जो अवैध रूप से मवेशियों को पश्चिम बंगाल ले जाने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के झालदा निवासी मो. शेख जमाल के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके से 12 बैलों को भी बरामद किया और आरोपी को जेल भेज दिया।
गुप्त सूचना पर छापेमारी
शुक्रवार की शाम पुलिस को तेंतला पंचायत क्षेत्र में गुप्त सूचना मिली कि मवेशियों का एक जत्था अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और छापेमारी की। छापेमारी के दौरान बैलों से भरा एक जत्था पकड़ा गया, जिसे तस्करी कर पश्चिम बंगाल भेजा जा रहा था। पुलिस ने सभी मवेशियों को कब्जे में लेकर थाने ले आई और आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू की।
कानूनी धाराओं में कार्रवाई
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पर पशु क्रूरता अधिनियम और गोवंश संरक्षण कानून के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह पूरी कार्रवाई लंबे समय से चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सक्रिय मवेशी तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करना है।
ग्रामीणों की शिकायतों पर कड़ा रुख
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सोनाहातु थाना क्षेत्र लंबे समय से मवेशी तस्करी का प्रमुख रूट बन चुका है। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की थी कि यहां से रोजाना सैकड़ों मवेशी अवैध रूप से पश्चिम बंगाल भेजे जाते हैं। हालांकि पहले इन शिकायतों पर ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। लेकिन अब पुलिस ने तस्करों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए लगातार छापेमारी शुरू कर दी है।
अभियान से तस्करों में हड़कंप
पुलिस की लगातार कार्रवाई से मवेशी तस्करों में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और जो भी मवेशी तस्करी में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। पुलिस का दावा है कि इस अभियान से तस्करों के नेटवर्क को कमजोर करने में सफलता मिल रही है।
आगे की चुनौती
हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कार्रवाई के बाद मवेशी तस्करी पर कितनी लगाम लगती है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि पुलिस की इस सख्ती से इस अवैध कारोबार का खात्मा होगा। वहीं, पुलिस भी साफ कर चुकी है कि जब तक यह नेटवर्क पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, तब तक अभियान रुकेगा नहीं।
सोनाहातु थाना की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। अब आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह सख्ती लंबे समय तक बनी रहती है या फिर तस्कर नए रास्ते तलाश लेते हैं।








