झारखंड में मानसून की सक्रियता ने एक बार फिर चेतावनी की घंटी बजा दी है। मौसम विभाग, रांची केंद्र ने 19 जून 2025 को सुबह 5:30 बजे जो अपडेट जारी किया, उसने पूरे राज्य को सतर्क कर दिया है। राज्य के 24 जिलों में भारी बारिश की संभावना के मद्देनज़र ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इस अलर्ट के तहत प्रशासन और आम जनता को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। अगले 2 से 3 घंटों के भीतर झारखंड के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। यह स्थिति विशेष रूप से संवेदनशील मानी जा रही है क्योंकि मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है।
पूर्वोत्तर झारखंड पर केंद्रित है कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग के मुताबिक, गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र अब पूर्वोत्तर झारखंड तक पहुंच चुका है। इस प्रणाली के कारण पूरे राज्य में नमी बढ़ी है और बारिश की तीव्रता अधिक देखी जा रही है। अनुमान है कि यह सिस्टम आगामी 24 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा।
इससे राज्य के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में भी भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सिस्टम इसी तरह सक्रिय रहा तो अगले दो दिनों तक बारिश की स्थिति बनी रह सकती है।
जमशेदपुर और सरायकेला में रिकॉर्डतोड़ बारिश
बारिश के आंकड़ों की बात करें तो जमशेदपुर ने 247.2 मिमी वर्षा के साथ रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं सरायकेला में 237.5 मिमी, रांची एयरपोर्ट में 153.3 मिमी और लातेहार में 150.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि बारिश का प्रभाव पूरे राज्य में व्यापक है।
बोकारो थर्मल 30.2°C के साथ सबसे अधिक अधिकतम तापमान दर्ज करने वाला स्थान रहा, जबकि लातेहार 20.8°C के न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा। जमशेदपुर में दृश्यता मात्र 500 मीटर तक सीमित रही, जो ट्रैफिक और उड़ानों पर असर डाल सकती है।
सावधानी ही सुरक्षा है – मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे बेहद सतर्क रहें। बिजली गिरने की संभावना के कारण किसी भी हालत में पेड़ों, खंभों और खुले मैदानों से दूर रहें। खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
बिजली विभाग, नगर निकाय और आपदा प्रबंधन को भी पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है। स्कूलों और कार्यालयों को आवश्यकतानुसार छुट्टी देने पर विचार किया जा सकता है।
अंतिम चेतावनी: घर में रहें, सुरक्षित रहें
झारखंड के लिए यह वक्त सतर्कता का है। हर जिले के लोगों से अनुरोध है कि मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें। सभी नागरिकों को यह सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक अपडेट पर ही भरोसा करें और संकट की घड़ी में एक-दूसरे की मदद करें।
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