Ranchi: HCG अब्दुर्रज्जाक अंसारी कैंसर अस्पताल ने एक विशेष जागरूकता अभियान के तहत महिलाओं को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से सतर्क रहने का संदेश दिया। यह कार्यक्रम श्यामली महिला मिलन समिति के सहयोग से शहर के प्रतिष्ठित इस्पात क्लब सभागार में आयोजित किया गया। इसमें दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया और कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानने की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में HCG अस्पताल के जाने-माने कैंसर विशेषज्ञ डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने उपस्थित महिलाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कैंसर के सामान्य लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने उदाहरणों के साथ यह समझाया कि कैंसर का समय रहते पहचानना ही बचाव का सबसे कारगर उपाय है।
महिलाओं को दी गई कैंसर के लक्षणों की जानकारी
डॉ. सिंह ने बताया कि स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और ओवरी कैंसर महिलाओं में सबसे सामान्य हैं, और इनकी पहचान शुरुआती स्तर पर हो तो इलाज पूरी तरह संभव है। उन्होंने यह भी बताया कि असामान्य रक्तस्राव, गांठ, वजन में अचानक कमी और थकान जैसे लक्षणों को हल्के में न लें।
इस कार्यक्रम में श्यामली महिला मिलन समिति की अध्यक्ष सोनी वर्मा ने भी महिलाओं को संदेश दिया कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और नियमित जांच कराएं। उन्होंने कहा कि महिला समुदाय को स्वास्थ्य के मुद्दों पर खुलकर बात करनी चाहिए, ताकि समाज में जागरूकता बढ़े।
कार्यक्रम की सफलता में HCG अस्पताल के मार्केटिंग और ब्रांडिंग प्रमुख मनोरंजन कुमार रॉय ने भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि अस्पताल का उद्देश्य सिर्फ इलाज देना नहीं, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना भी है।

स्वास्थ्य को लेकर महिलाओं की सोच में बदलाव जरूरी
कार्यक्रम में आए विशेषज्ञों और समिति के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं को अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी बराबर ध्यान देना चाहिए। अक्सर महिलाएं अपने लक्षणों को नजरअंदाज करती हैं, जिससे बीमारी बढ़ जाती है।
HCG अब्दुर्रज्जाक अंसारी कैंसर अस्पताल इस तरह के कार्यक्रम आगे भी आयोजित करेगा ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को कैंसर के प्रति सचेत किया जा सके। अस्पताल की यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य और जीवन की रक्षा में एक बड़ा कदम है।
HCG की यह पहल निश्चित रूप से सराहनीय है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति महिलाओं को जागरूक करना समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। ऐसे कार्यक्रमों से न केवल जागरूकता बढ़ती है बल्कि लोगों को समय पर इलाज के लिए प्रेरित भी किया जाता है।