Ranchi: धनबाद मंडल के अंतर्गत चल रहे आदिवासी कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन का असर अब यात्री ट्रेनों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। आंदोलन के कारण आज दिनांक 20 सितंबर 2025 को ट्रेन संख्या 13504 हटिया – बर्द्धमान मेमू एक्सप्रेस को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। इस अप्रत्याशित रद्दीकरण से यात्रियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा और संचालन की दृष्टि से यह कदम उठाना आवश्यक हो गया था। आंदोलनकारियों द्वारा लगातार रेलवे ट्रैक पर धरना देने और नारेबाजी करने से रेल यातायात प्रभावित हुआ है। इस कारण ट्रेनों का सुचारू संचालन संभव नहीं हो पा रहा है।
यात्रियों की परेशानी और प्रशासन की चुनौतियां
हटिया से बर्द्धमान तक रोजाना हजारों यात्री इस ट्रेन से सफर करते हैं। खासकर नौकरीपेशा लोग और छात्र-छात्राएं इस रद्दीकरण से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। कई यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर नाराजगी जाहिर की और वैकल्पिक यात्रा साधनों की खोज में जुटे।
इधर, रेलवे प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि जब तक ट्रैक पूरी तरह से खाली और सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक ट्रेन परिचालन सामान्य नहीं हो पाएगा। उन्होंने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और अपडेट पर ध्यान देने की अपील की है।
कुड़मी समाज का आंदोलन लंबे समय से जारी है और उनकी प्रमुख मांग अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल किए जाने की है। संगठन के नेताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा। इस वजह से आने वाले दिनों में भी ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ने की आशंका है।
आंदोलन का व्यापक असर
धनबाद मंडल ही नहीं, बल्कि आस-पास के अन्य इलाकों में भी रेल सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। रेलवे की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। इसके बावजूद यात्रियों की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं।
स्थानीय लोग बता रहे हैं कि आंदोलन के चलते सड़क मार्गों पर भी दबाव बढ़ा है। बसों और टैक्सियों का किराया अचानक बढ़ गया है और भीड़भाड़ वाली यात्राएं करनी पड़ रही हैं। इस कारण आमजन का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि रद्द की गई ट्रेनों के यात्रियों को टिकट का पूरा रिफंड मिलेगा। साथ ही, यात्रा योजनाओं को लेकर समय-समय पर सूचना जारी की जाएगी।
धनबाद मंडल में आदिवासी कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन अब केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं रहा, बल्कि सीधे तौर पर आम लोगों के जीवन को प्रभावित करने लगा है। ट्रेन संख्या 13504 हटिया – बर्द्धमान मेमू एक्सप्रेस का रद्द होना इसका बड़ा उदाहरण है।
यदि आंदोलन जल्द खत्म नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में रेलवे को और ट्रेनों को रद्द करना पड़ सकता है, जिससे यात्री और अधिक संकट में पड़ेंगे। फिलहाल सबकी निगाहें प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच होने वाली संभावित वार्ता पर टिकी हुई हैं।








