सुबह 6 बजे कांपी धरती, कोई नुकसान नहीं
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटके ठीक सुबह 6 बजे आए, जिससे लोगों में हलचल मच गई। भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी बताया जा रहा है। हालांकि, अब तक किसी प्रकार की जान-माल की क्षति की कोई सूचना नहीं है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, भूकंप के दौरान कुछ सेकंड के लिए धरती कांपी, लेकिन कंपन हल्का था। इसके चलते लोग घबराए जरूर, लेकिन ज्यादा देर तक झटके महसूस नहीं किए गए। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह भूकंप बंगाल और ओडिशा में भी महसूस किया गया, जहां इसकी तीव्रता 5.5 बताई जा रही है।
बंगाल और ओडिशा में भी महसूस हुए झटके
भूकंप का असर सिर्फ रांची तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी कंपन देखा गया। बंगाल में कोलकाता और आसपास के इलाकों में सुबह-सुबह लोग भूकंप के झटकों से जागे। ओडिशा में भी कई जिलों में हल्का कंपन दर्ज किया गया। राहत की बात यह है कि कहीं से भी कोई जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
भू-वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण यह भूकंप आया। यह क्षेत्र भूकंप संभावित जोन में आता है, इसलिए यहां इस तरह के झटके सामान्य हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस पर नजर रखना जरूरी है, क्योंकि हल्के झटकों के बाद कभी-कभी बड़े भूकंप भी आ सकते हैं।
दिल्ली में भी देर रात महसूस हुए झटके
इससे पहले रविवार देर रात दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, वहां की तीव्रता कम थी, लेकिन लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया। राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, दिल्ली का भूकंप किसी स्थानीय फॉल्ट लाइन में हलचल का नतीजा था।
विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। अगर फिर से झटके महसूस होते हैं, तो तुरंत खुले स्थान पर जाएं और बिल्डिंग से दूर रहें। प्रशासन की ओर से भी किसी तरह की आपदा से निपटने की पूरी तैयारी की जा रही है।
भूकंप से बचाव के लिए क्या करें?
- भूकंप के दौरान घर से बाहर निकलें और खुले स्थान पर जाएं।
- बिल्डिंग, पेड़, बिजली के खंभों और कांच की खिड़कियों से दूर रहें।
- अगर बाहर नहीं निकल सकते, तो टेबल के नीचे छुपें और सिर को ढक लें।
- आपात स्थिति में इस्तेमाल करने के लिए घर में टॉर्च, प्राथमिक उपचार किट और जरूरी सामान रखें।
हालांकि, इस भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह एक चेतावनी हो सकती है कि हमें सतर्क रहना चाहिए। प्रशासन और वैज्ञानिक लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।