प्रयागराज: महाकुंभ मेले के दौरान आज मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट के निकट एक हृदयविदारक भगदड़ की घटना घटी। इस हादसे में 15 लोगों के हताहत होने की सूचना है, जबकि कुछ श्रद्धालु बेहोश हो गए। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया और स्थिति को नियंत्रित कर लिया है।
निरंजनी अखाड़े ने रोका स्नान जुलूस
मेले में भगदड़ के कारण निरंजनी अखाड़े ने अपने स्नान जुलूस को रोकने का निर्णय लिया है। परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि जैसे ही भगदड़ की जानकारी मिली, सभी शिविरों में श्रद्धालुओं को सूचित किया गया कि आज सामूहिक स्नान नहीं होगा। उन्होंने कहा, “हमने सभी को अपने निकटतम गंगा घाट पर स्नान करने की सलाह दी है और सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं।”
#WATCH | Prayagraj, UP | Parmarth Niketan Ashram President Swami Chidanand Saraswati says, "As soon as I got to know about the stampede, we informed everyone at our camp that we would not do snan together today. Everyone is asked to take a dip at their nearest Ganga Ghat. We have… pic.twitter.com/nqZVVGEk7g
— ANI (@ANI) January 29, 2025
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की त्वरित प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार बातचीत की और स्थिति की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री योगी खुद राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अखाड़ा परिषद के सदस्यों और अखाड़ों के प्रमुखों से चर्चा कर अमृत स्नान को कुछ समय के लिए स्थगित करने की अपील की है।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath appeals to the devotees to take a dip at their nearest ghat and not try to go towards Sangam Nose, follow the instructions of the administration and cooperate with them. He has also asked to not pay attention to any rumours: CMO pic.twitter.com/JEkWUtmNhv
— ANI (@ANI) January 29, 2025
अमृत स्नान का बदला गया समय
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सभी अखाड़ों का अमृत स्नान सुबह 11 बजे से प्रारंभ होगा। पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा संगम में स्नान करेंगे। कुल 13 अखाड़े स्नान करते हैं, जिनमें शैव, वैष्णव और किन्नर अखाड़ा शामिल हैं।
पहले यह स्नान सुबह 4 बजे से शुरू होने वाला था, लेकिन भगदड़ की घटना के कारण इसे पुनः निर्धारित कर सुबह 10 बजे किया गया। इस प्रक्रिया के चलते सभी अखाड़ों का स्नान शाम तक पूरा होगा।
भीड़ से पटा प्रयागराज, श्रद्धालुओं का अपार उत्साह
मौनी अमावस्या के एक दिन पूर्व से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज में उमड़ पड़ी थी। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और शहर की गलियों में तिल रखने की भी जगह नहीं थी। श्रद्धालु इस पावन अवसर पर संगम में डुबकी लगाने के लिए कठिनाइयों का सामना करने को भी तैयार हैं।
प्रशासन अलर्ट, सुरक्षा बढ़ाई गई
प्रशासन ने घटना के बाद मेले में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष मार्गों का उपयोग किया जा रहा है।
महाकुंभ मेला 2025 में भगदड़ की यह घटना दुखद है, लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में है। सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, नियमों का पालन करें और धैर्य बनाए रखें।