JAC Paper Leak Case: एसआईटी या सीआईडी करेगी जांच, शिक्षा विभाग ने भेजा प्रस्ताव

JAC Paper Leak Case: एसआईटी या सीआईडी करेगी जांच, शिक्षा विभाग ने भेजा प्रस्ताव

Ranchi: Jharkhand Academic Council (JAC) द्वारा आयोजित Matric परीक्षा में Science का Question Paper Leak होने के मामले में शिक्षा विभाग सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। JAC ने अपनी जांच रिपोर्ट School Education & Literacy Department को सौंप दी है, जिसमें Paper Leak के अब तक के घटनाक्रम और जांच की प्रगति का जिक्र किया गया है।

Paper Leak मामले की जांच SIT या CID से कराने की तैयारी

Education Department ने इस मामले में Special Investigation Team (SIT) या Crime Investigation Department (CID) से जांच कराने का Proposal तैयार कर लिया है। Education Minister रामदास सोरेन की मंजूरी के बाद यह Proposal Home Department को भेजा जाएगा। इसके बाद Chief Minister की स्वीकृति मिलने पर या तो SIT का गठन किया जाएगा या फिर CID को जांच की जिम्मेदारी दी जाएगी।

Exam से दो दिन पहले ही Leak हुआ था Science का Question Paper

20 फरवरी को आयोजित Science विषय की परीक्षा से पहले ही इसका Question Paper Social Media पर Viral हो गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, 18 फरवरी की रात को ही यह Paper कुछ WhatsApp Groups पर प्रसारित होने लगा था। जांच में पुष्टि हुई कि Viral Paper, JAC द्वारा जारी किए गए Paper से पूरी तरह मेल खाता था। इस खुलासे के बाद JAC ने सभी जिलों के DC को पत्र लिखकर मामले की जांच के निर्देश दिए थे।

Koderma, Giridih और Garhwa जिले जांच के घेरे में

Paper Leak मामले में झारखंड के तीन जिले—Koderma, Giridih और Garhwa—मुख्य रूप से जांच के दायरे में हैं। प्रारंभिक जांच में इन जिलों में सबसे पहले Question Paper Viral होने की बात सामने आई थी। JAC ने इन जिलों के DC को अलग से पत्र भेजकर विस्तृत जांच कराने को कहा है। फिलहाल, इन जिलों में प्रशासनिक स्तर पर जांच जारी है।

State-Level जांच से Leak का स्रोत होगा उजागर

अभी तक विभिन्न जिलों में District Administration स्तर पर जांच चल रही है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि Question Paper कहां से और कैसे Leak हुआ। इसे ध्यान में रखते हुए State Government चाहती है कि पूरे Jharkhand में एक ही Agency के माध्यम से समन्वित जांच हो, जिससे Leak के Source का पता चल सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।

Government की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी और परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनी रहेगी। अब सबकी निगाहें Government के अगले कदम पर टिकी हैं कि SIT गठित की जाएगी या फिर CID को जांच सौंपी जाएगी।

Subhash Shekhar

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