जापान की Toyota Motor ने पूरी तरह Ethanol पर चलने वाली दुनिया की पहली कार को भारत में मंगलवार को लॉन्च किया. देश में अब कारें पूरी तरह एथेनॉल से भी चल सकेंगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एथेनॉल फ्यूल से चलने वाली दुनिया की पहली लेक्ट्रिफाइड फ्लैक्स फ्यूल कार का प्रोटोटाइप लॉन्च किया.
फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली यह कार कंपनी की लोकप्रिय MPV Innova HyCross पर बेस्ड है. यह खुद इलेक्ट्रिक पावर भी जेनरेट कर सकती है, जिससे इसे EV मोड पर भी चलाया जा सकता है.
इनोवा हाईक्रॉस कार को टोयोटा-किर्लोस्कर मोटर्स ने ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन के साथ मिलकर बनाया है. इसमें एथेनॉल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर भी है. यह कार 40% बायो एथेनॉल फ्यूज और 60% बिजली से चलती है.
इलेक्ट्रिफाइड Innova HyCross फ्लेक्स-फ्यूल एक प्रोटोटाइप है और यह नए Bharat Stage 6 इमिशन नॉर्म का पालन करती है. इसमें लिथियम-आयन बैटरी पैक दिया गया है. हालांकि, यह पता नहीं चला है कि इसका देश में बड़ी संख्या में प्रोडक्शन किया जाएगा या नहीं.
पावर और माइलेज
टोयोटा ने इसमें कोल्ड-स्टार्ट सिस्टम भी जोड़ा है जिससे यह माइनस 15 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी स्टार्ट हो सकती है. Innova HyCross हाइब्रिड MPV 181 bhp की पावर जेनरेट कर सकती है.
इसकी माइलेज 23.24 kmpl की है. कंपनी ने बताया कि इसका फ्लेक्स-फ्यूल मॉडल 30 से 50 प्रतिशत तक अधिक एफिशिएंसी दे सकता है. कार शहर में 28 किमी और हाईवे पर 35 किमी/लीटर माइलेज देने में सक्षम है.
77% तक कम प्रदूषण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एथेनॉल वाली कारें 77% कम कार्बन उत्सर्जन करती हैं. यह फ्यूज 54-56 रु/ली पड रहा है, जो पेट्रोल के मुकाबले 50 प्रतिशत सस्ता है.
उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि देश में सभी कारें दोपहिया, ऑटो 100% एथेनॉल पर चले.
बता दें कि केंद्र सरकार देश में एथेनॉल के मिश्रण को प्रोत्साहित कर रही है. फिलहाल पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है.