New Delhi: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिन के ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन के बाद 17 अगस्त 2025 की रात भारत लौट आए। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर उनके आगमन का क्षण देश के लिए गर्व और उत्साह से भर गया। रात 2:01 बजे कतर एयरवेज की फ्लाइट से उतरते ही उनका जोरदार स्वागत किया गया।
एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, इसरो अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन और शुभांशु के परिजन मौजूद रहे। ढोल-नगाड़ों की थाप, तिरंगे की लहराहट और ‘भारत माता की जय’ के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। यह दृश्य भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों की ऊँचाइयों को सलाम करता दिखाई दिया।
प्रधानमंत्री से मुलाकात और गगनयान मिशन पर चर्चा
आज शुभांशु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट करेंगे। इस दौरान वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताए गए अपने अनुभव साझा करेंगे। यह मुलाकात गगनयान मिशन (2027) की तैयारियों के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके अनुभव भारत के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए मार्गदर्शक साबित होंगे।
इसके बाद 22 और 23 अगस्त को वे दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में भी शामिल होंगे। यहां वे देशवासियों के सामने अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी अपनी सीख और अनुभव साझा करेंगे। माना जा रहा है कि यह कार्यक्रम युवाओं में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति नई ऊर्जा भर देगा।

लखनऊ में रोड शो और भव्य स्वागत की तैयारी
25 अगस्त को शुभांशु अपने गृहनगर लखनऊ पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से लेकर उनके निवास तक रोड शो का आयोजन होगा। हजारों की संख्या में लोग उनके स्वागत के लिए सड़कों पर मौजूद रहेंगे। इस दौरान शुभांशु जनता का आभार व्यक्त करेंगे और युवाओं को अपने सपनों को साकार करने का संदेश देंगे।
उनके स्कूल, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ ने भी विशेष तैयारियां की हैं। स्कूल प्रशासन ने 25 अगस्त को एक भव्य परेड की योजना बनाई है। इसमें छात्र-छात्राएं शुभांशु की उपलब्धि पर गर्व जताते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।
संसद में होगी अंतरिक्ष मिशन पर विशेष चर्चा
सोमवार को लोकसभा में भी शुभांशु के मिशन पर विशेष चर्चा होगी। सांसद इस अवसर पर भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों और आने वाली चुनौतियों पर विचार करेंगे। विशेषकर गगनयान मिशन को लेकर संसद में एक नई ऊर्जा और आशा का संचार होने की संभावना है।

अंतरिक्ष से लौटे भारत के बेटे पर गर्व
शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण है। उनका यह मिशन भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को नई ऊँचाइयों पर ले जाने वाला साबित होगा। देशभर से उन्हें बधाइयाँ और शुभकामनाएँ मिल रही हैं।
भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया है। अब पूरी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि गगनयान मिशन में शुभांशु और उनके अनुभव किस तरह से देश की राह आसान करेंगे।