पूर्व CM मांझी की बहू दीपा कुमारी के बैनर लगे वाहन से 17 कार्टन शराब बरामद, जांच जारी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की बहू के प्रचार वाहन से शराब बरामद, मचा सियासी बवाल

Gaya News: बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच एक बड़ी खबर गया ज़िले से सामने आई है, जिसने सियासी हलचल मचा दी है। मंगलवार को गुरारू थाना क्षेत्र में एक पिकअप वैन से 17 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की गई। यह वही वाहन था जिस पर हम सेकुलर पार्टी की प्रत्याशी दीपा कुमारी का फ्लैक्स बैनर लगा था। दीपा कुमारी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी की बहू हैं, जबकि उनके पति डॉ. संतोष कुमार राज्य सरकार में मंत्री और हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।

पार्टी ने कहा—‘यह हमारी गाड़ी नहीं’

जैसे ही यह खबर सामने आई, राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया। हालांकि, डॉ. संतोष कुमार ने तुरंत इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि “जिस वाहन से शराब जब्त की गई है, उसका हमारी पार्टी या हमारी प्रत्याशी से कोई लेना-देना नहीं है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष उनके परिवार और पार्टी की छवि को धूमिल करने की साजिश कर रहा है।
वहीं, हम पार्टी के प्रवक्ता राजेश पांडेय ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह वाहन पार्टी की अनुमति से चुनाव प्रचार में शामिल नहीं था। उनके मुताबिक, किसी ने जानबूझकर दीपा कुमारी का बैनर और पार्टी का झंडा लगाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है।

गुरारू थाना प्रभारी का बयान

गुरारू थानाध्यक्ष अखलेश कुमार ने जानकारी दी कि पकड़ा गया वाहन चुनाव आयोग से प्रचार की अनुमति प्राप्त नहीं था।
पुलिस ने वाहन चालक और मालिक दोनों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन और प्रतिबंधित शराब की तस्करी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि जब वाहन पकड़ा गया, तब कुछ लोग शराब की बोतलें लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस ने इस वायरल वीडियो को अपने कब्जे में लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शराब चोरी का एक अतिरिक्त मामला भी दर्ज किया है।

वाहन की लोकेशन पर उठे सवाल

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि जिस स्थान से वाहन जब्त किया गया — गुरारू — वह इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में नहीं आता, बल्कि गुरुआ विधानसभा क्षेत्र में स्थित है।
इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इमामगंज की प्रत्याशी के बैनर वाला वाहन गुरारू इलाके में क्या कर रहा था?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वाहन गुरारू से कोंच की दिशा में जा रहा था जब उसे पुलिस ने रोककर तलाशी ली और शराब बरामद की।

सियासत में बढ़ा तापमान

इस पूरे मामले ने बिहार की राजनीति में नई गर्मी ला दी है। विपक्षी दलों ने इसे हम पार्टी की “डैमेज कंट्रोल” कोशिश बताया है, जबकि हम सेकुलर नेताओं का दावा है कि यह “षड्यंत्र” चुनावी माहौल को बिगाड़ने के लिए रचा गया है।
अब प्रशासन के लिए यह जांच का विषय है कि क्या यह वास्तव में किसी साजिश का हिस्सा है या फिर चुनाव प्रचार के आड़ में शराब की अवैध ढुलाई की जा रही थी।

जांच जारी, चालक फरार

पुलिस ने बताया कि पिकअप वैन का चालक फरार है और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
बरामद शराब की मात्रा को देखते हुए पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क सक्रिय है।
फिलहाल वाहन, शराब और संबंधित सभी सबूत जब्त कर लिए गए हैं, और मामले की तफ्तीश जारी है।

बिहार चुनाव प्रचार के बीच यह मामला न केवल चुनावी साख पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि चुनावी मौसम में प्रशासनिक और सियासी सतर्कता कितनी जरूरी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस जांच के बाद असली सच क्या सामने आता है — साजिश या सचाई

Subhash Shekhar

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