रांची में लगातार हो रही बारिश के कारण कई मोहल्लों में जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई तेज कर दी है। उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने देर रात निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया।
निरीक्षण में उनके साथ नगर आयुक्त श्री सुशांत गौरव और अन्य विभागों के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने पंचशील नगर, बांधगाड़ी और सेवा सदन क्षेत्रों का दौरा किया, जहां पानी की निकासी और नालों की सफाई की स्थिति की समीक्षा की गई।
नक्शे के अनुसार मापी, अतिक्रमण पर होगी सख्त कार्रवाई
उपायुक्त श्री भजन्त्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व नक्शे के आधार पर प्रभावित क्षेत्रों की मापी की जाए। जहां भी अतिक्रमण पाया जाएगा, वहां नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम कार्रवाई करेगी। नालों और सड़कों पर अतिक्रमण को बाढ़ और जलजमाव की मुख्य वजह माना गया है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखकर राहत और पुनर्वास की कार्ययोजना तैयार की जाए। प्रभावित क्षेत्रों में जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार की दिशा में भी जल्द कदम उठाने को कहा गया है।
स्थानीय लोगों से संवाद, समस्याओं पर तुरंत निर्देश
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सेवा सदन इलाके में लोगों से सीधी बातचीत की। लोगों ने बताया कि जलनिकासी की समस्या गंभीर है और बारिश के समय जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो जाता है। उपायुक्त ने उनकी शिकायतें गंभीरता से सुनीं और वहीं मौजूद अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए।
पंचशील नगर और बांधगाड़ी में भी स्थानीय निवासियों से बातचीत की गई, जिसमें उन्होंने जलजमाव और सड़क टूटने जैसी समस्याओं से अवगत कराया।
चौबीसों घंटे निगरानी और अलर्ट जारी करने के निर्देश
प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि बारिश के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों की चौबीसों घंटे निगरानी की जाए। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट सिस्टम को सक्रिय रखने को कहा गया है।
उपायुक्त ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि बारिश के दौरान जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में कोई ढिलाई न हो।
अतिक्रमण न करें, प्रशासन का सहयोग करें – उपायुक्त की अपील
श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने रांची के नागरिकों से अपील की है कि वे नदी, नाले और सड़कों पर अतिक्रमण से बचें। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि शहर को सुरक्षित और व्यवस्थित रखा जाए।
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि लोग किसी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
निरीक्षण के समय अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (विधि-व्यवस्था) श्री राजेश्वरनाथ आलोक, सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्री उत्कर्ष कुमार, नगर आयुक्त श्री सुशांत गौरव, सिटी एसपी श्री अजीत कुमार सहित बिजली और पथ निर्माण विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस निरीक्षण से स्पष्ट संकेत गया है कि जिला प्रशासन रांची को जलजमाव से राहत दिलाने के लिए गंभीर और तत्पर है।








