Ranchi: देशभर में SIR (Special Intensive Revision) के दूसरे चरण की घोषणा के बाद राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसे लोकतंत्र के लिए जरूरी और पारदर्शी कदम बता रही है, वहीं विपक्षी दल इसे भाजपा का “राजनीतिक एजेंडा” करार दे रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने SIR के दूसरे चरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कदम चुनाव आयोग द्वारा लिया गया एक “बेहतरीन फैसला” है। उन्होंने कहा, “12 राज्यों में SIR होना है। बिहार में SIR बहुत अच्छे से हुआ। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जो हंगामा किया, वो पूरी तरह फ्लॉप रहा। अब यह पूरे देश में होगा, बंगाल और तमिलनाडु में भी।” शाहनवाज हुसैन ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया और मजबूत होगी।
विपक्ष का आरोप – “चुनाव आयोग बन गया भाजपा का औजार”
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि बिहार में SIR प्रक्रिया के दौरान “मनमानी और गड़बड़ियां” हुईं। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि “चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली बन चुका है।” राय ने कहा कि यह सारी कवायद सिर्फ भाजपा को राजनीतिक लाभ पहुंचाने के लिए की जा रही है।
वहीं, रांची (झारखंड) से कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “देश की जनता को चुनाव आयोग की कार्यशैली पर भरोसा नहीं है। आयोग ने वोट चोरी की है और जनता को उनके मताधिकार से वंचित किया गया है। यह लोकतंत्र के खिलाफ अपराध है।” राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस SIR के विरोध में “सड़क से लेकर संसद तक” संघर्ष करेगी।
भाजपा का पलटवार – “SIR का विरोध करने वाले देशविरोधी मानसिकता के”
इस पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा कि जो लोग SIR का विरोध कर रहे हैं, वे “घुसपैठियों और फर्जी वोटरों” के समर्थन में हैं। उन्होंने कहा, “विपक्ष इसलिए विरोध कर रहा है क्योंकि अब तक वे मृतकों, घुसपैठियों और पलायन कर चुके लोगों के नाम पर वोट कराकर जीतते थे। जो चाहते हैं कि बाहर के लोग वोट करें, वे देशभक्त नहीं हो सकते।” प्रतुल शाह देव ने कहा कि SIR निष्पक्ष चुनावों की दिशा में अहम कदम है और “विपक्ष चाहे कुछ भी कहे, SIR होकर रहेगा।”
बंगाल में TMC पर भाजपा का निशाना
पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल से भाजपा नेता दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी देशहित में कोई कदम उठाया जाता है, टीएमसी उसका विरोध करती है। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से काम कर रहा है और किसी ने इसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है। अगर कोई डुप्लिकेट वोटर जोड़ेगा या अवैध मतदाता बनेगा तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा।” घोष ने राज्य सरकार से सहयोग की अपील की और कहा कि उन्हें “संविधान की शपथ” का सम्मान करना चाहिए।
SIR के दूसरे चरण को लेकर भाजपा जहां इसे पारदर्शिता और चुनावी सुधार का प्रतीक मान रही है, वहीं विपक्ष इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर “सवाल उठाने वाला कदम” बता रहा है। यह बहस अब सिर्फ तकनीकी नहीं रही, बल्कि देश के सियासी परिदृश्य में एक नया चुनावी मुद्दा बन चुकी है — जिसमें एक तरफ “पारदर्शी लोकतंत्र” की बात है और दूसरी तरफ “लोकतांत्रिक संस्थाओं की निष्पक्षता” पर गहरा सवाल।








