रांची (कांके): राजधानी रांची के कांके प्रखंड के सुकुरहुटू रोड स्थित विद्युत सब स्टेशन के बाहर सोमवार को उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा।
स्मार्ट मीटर और मनमाने बिजली बिलों के खिलाफ हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व समाजसेवी हरिनाथ साहू ने किया।
धरना स्थल पर “स्मार्ट मीटर हटाओ, फिक्स प्राइस मीटर लगाओ” और “बिजली विभाग होश में आओ” जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। उपभोक्ताओं ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली बिल अप्रत्याशित रूप से बढ़े हैं, जिससे आम लोग त्रस्त हैं।
“स्मार्ट मीटर जनता की जेब पर हमला” — हरिनाथ साहू
धरना को संबोधित करते हुए समाजसेवी हरिनाथ साहू ने कहा कि यह आंदोलन आम जनता की आवाज़ है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया और स्मार्ट मीटर नहीं हटाए, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र होगा।
उन्होंने कहा,
“यह लड़ाई जनता के हक़ की है। बिजली विभाग की मनमानी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो जनसैलाब सड़कों पर उतर कर उग्र जनांदोलन करेगा।”
विधायक सुरेश बैठा ने विभाग पर लगाए गंभीर आरोप
धरना स्थल पर पहुंचे कांके विधायक सुरेश बैठा ने भी विभाग और निजी कंपनियों पर तीखा प्रहार किया।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में भारी अनियमितता हुई है और यह उपभोक्ताओं के साथ सीधा आर्थिक शोषण है।
विधायक ने कहा कि
“विभाग और निजी कंपनियों की मिलीभगत से जनता को लूटा जा रहा है।
अब वक्त आ गया है कि सरकार इस मुद्दे पर पारदर्शिता दिखाए और उपभोक्ताओं को राहत दे।”
महिलाओं और युवाओं की भारी भागीदारी
धरना प्रदर्शन में सुकुरहुटू, गारू, कदमा, गागी, खटंगा, चेड़ी मनातू सहित कई गांवों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
विशेष रूप से महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर “बिल माफ करो, स्मार्ट मीटर हटाओ” जैसे नारे लगाए।
प्रदर्शन में मौजूद महिलाओं ने कहा कि पहले जहां उनका बिल 300 से 500 रुपये आता था, अब वही बिल 1500 से 2000 रुपये तक पहुंच गया है।
उन्होंने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद विभाग से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला परिषद सदस्य सुषमा देवी, मुखिया रामलखन मुंडा, पूर्व मुखिया रीना देवी मुंडा, अशोक राम, फुलेश्वर बैठा, सूरज यादव, निरंजन भारती, नीपू सिंह, प्रेमचंद साहू, और अभिषेक कुमार उपस्थित थे।
आयोजन को सफल बनाने में उनिल महतो, प्रशांत बैठा, मनोज महतो, गोविंद महतो, सरोज महतो, शिवचरण महतो, और अन्य कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक स्मार्ट मीटर व्यवस्था खत्म नहीं होती”
धरना के अंत में आयोजकों ने एक स्वर में घोषणा की कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण था,
लेकिन अगर विभाग ने अब भी जनता की बात नहीं सुनी, तो आगामी दिनों में सड़क से सचिवालय तक आंदोलन किया जाएगा।
हरिनाथ साहू ने कहा —
“हम चाहते हैं कि सरकार जनता की तकलीफ को समझे और समाधान करे।
यदि विभाग ने समय रहते कदम नहीं उठाया, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप लेगा।”
सुकुरहुटू रोड का यह धरना इस बात का संकेत है कि बिजली विभाग की नीतियों से जनता का धैर्य अब जवाब दे रहा है।
लोग चाहते हैं पारदर्शिता, न्याय और एक ऐसी व्यवस्था, जो आम उपभोक्ता के हित में हो — न कि उसके खिलाफ़।








