Assessment Year 2025–26 के लिए आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने वाले हजारों सैलरीड टैक्सपेयर्स को अब तक रिफंड नहीं मिला है। इनकम टैक्स विभाग ने उन मामलों में रिफंड प्रोसेसिंग अस्थायी रूप से रोक दी है, जहां ITR में किए गए टैक्स छूट (Exemptions) के दावे Form 16 से मेल नहीं खाते।
विभाग ने ऐसे करदाताओं को सीधे ई-मेल भेजकर अलर्ट किया है और बताया है कि ज्यादा रिफंड क्लेम होने के कारण रिटर्न को आंतरिक जोखिम जांच (Risk Checks) में रोका गया है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अनुसार, कई मामलों में ITR में दावा की गई छूट और नियोक्ता द्वारा जारी Form 16 (Annexure-II) के आंकड़ों में “महत्वपूर्ण अंतर” पाया गया है।
इस अंतर के कारण रिफंड की राशि असामान्य रूप से बढ़ गई, जिस वजह से सिस्टम ने रिटर्न को प्रोसेस करने से पहले रोक दिया।
विभाग की ओर से भेजे गए ई-मेल में साफ कहा गया है कि यह रिफंड रद्द नहीं किया गया है, बल्कि फिलहाल होल्ड पर रखा गया है।
Refund Cancel नहीं, केवल Pause किया गया
टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कार्रवाई दंडात्मक नहीं है।
जैसे ही टैक्सपेयर्स mismatch को ठीक करते हैं या सही तरीके से उसका स्पष्टीकरण देते हैं, रिफंड प्रोसेस दोबारा शुरू हो जाएगा।
विभाग का मानना है कि ITR और उपलब्ध वित्तीय डेटा में किसी भी तरह का अंतर होने पर ऑटोमेटेड ई-मेल या SMS भेजना एक सामान्य प्रक्रिया है।
Form 16 से Match क्यों जरूरी है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन टैक्स छूटों को लेकर सबसे ज्यादा mismatch सामने आ रहा है, उनमें शामिल हैं:
- House Rent Allowance (HRA)
- Leave Travel Allowance (LTA)
- अन्य डिडक्शंस और टैक्स बेनिफिट्स
अगर ये छूट ITR में तो क्लेम की गई हैं, लेकिन Form 16 में दिखाई नहीं देतीं, तो सिस्टम रिफंड को जोखिम वाला मान लेता है।
ई-मेल में चेतावनी भी शामिल
इनकम टैक्स विभाग के ई-मेल में यह भी कहा गया है कि यदि टैक्सपेयर कोई कार्रवाई नहीं करता, तो इसे जानबूझकर की गई लापरवाही माना जा सकता है।
ऐसे मामलों में भविष्य में डिटेल स्क्रूटनी या पेनल्टी की संभावना बढ़ सकती है।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि हर नोटिस को डर की नजर से देखने की जरूरत नहीं है। इसका मकसद टैक्सपेयर्स को समय रहते गलती सुधारने का मौका देना है।
Revised Return की आखिरी तारीख अहम
विभाग ने स्पष्ट किया है कि 31 दिसंबर 2025 तक AY 2025–26 के लिए Revised Return फाइल की जा सकती है।
- अगर टैक्सपेयर को गलती नजर आती है, तो वह इस तारीख तक बिना अतिरिक्त दंड के सुधार कर सकता है
- यदि पहले ही Revised Return फाइल किया जा चुका है, तो ई-मेल को नजरअंदाज किया जा सकता है
यह समस्या अभी क्यों सामने आ रही है?
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के अनुसार, mismatch के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- नियोक्ता द्वारा Form 16 में गलत या अधूरी जानकारी
- टैक्सपेयर द्वारा ऐसे बेनिफिट्स क्लेम करना, जो सैलरी स्ट्रक्चर में शामिल नहीं
- डॉक्यूमेंटेशन की कमी
डिपार्टमेंट इसे एक Opportunity Window की तरह देख रहा है, जिससे टैक्सपेयर अपने रिटर्न की दोबारा समीक्षा कर सकें।
टैक्सपेयर्स को क्या करना चाहिए?
जिन टैक्सपेयर्स को ऐसा ई-मेल मिला है, उन्हें ये कदम उठाने चाहिए:
- Income Tax e-Filing Portal पर लॉग-इन करें
- ITR, Form 16 और Form 26AS का लाइन-बाय-लाइन मिलान करें
- अगर सभी दावे सही और डॉक्यूमेंट्स मौजूद हैं, तो तुरंत संशोधन जरूरी नहीं
- अगर mismatch सही है, तो Revised Return जल्द फाइल करना सुरक्षित विकल्प है
विशेषज्ञों का कहना है कि 31 दिसंबर 2025 के बाद केवल Updated Return का विकल्प बचेगा, जिसमें कुछ मामलों में पेनल्टी भी लग सकती है।
आगे क्या? (Next Update)
- Revised Return फाइल करने के बाद रिफंड दोबारा प्रोसेस होगा
- गंभीर मामलों में स्क्रूटनी नोटिस आ सकता है
- आने वाले महीनों में ऐसे ई-मेल्स की संख्या और बढ़ सकती है
AY 2025–26 के लिए ITR रिफंड का अटकना कोई असामान्य या दंडात्मक कार्रवाई नहीं है।
इनकम टैक्स विभाग टैक्सपेयर्स को स्वैच्छिक अनुपालन का मौका दे रहा है।
समय रहते Form 16 और ITR में सुधार करने से रिफंड सुरक्षित भी रहेगा और भविष्य की परेशानी से भी बचा जा सकता है।







