जीएसटी सुधार: दीवाली से पहले “डबल धमाका” का तोहफा

जीएसटी सुधार: दीवाली से पहले "डबल धमाका" का तोहफा

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी (GST) सुधारों को देश के लिए “खुशियों का डबल धमाका” बताते हुए कहा कि ये कदम भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सुधार न केवल टैक्स व्यवस्था को सरल बनाएंगे बल्कि आम नागरिकों के जीवन में भी सीधा सकारात्मक असर डालेंगे।

मातृशक्ति और त्योहारी सीजन से जुड़ा संदेश

मोदी ने ऐलान किया कि नया जीएसटी ढांचा 22 सितंबर से लागू होगा, जो नवरात्रि का पहला दिन है। उन्होंने इसे “मातृशक्ति” से जुड़ा बताते हुए कहा कि इन बदलावों का लाभ सबसे अधिक महिलाओं, गरीबों और मध्यम वर्ग को मिलेगा। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण की याद दिलाते हुए कहा कि बिना समय पर सुधार किए, भारत को वैश्विक स्थिति में उसका सही स्थान दिलाना संभव नहीं है।

उन्होंने कहा, “मैंने लाल किले से कहा था कि इस बार दीवाली और छठ से पहले देश को डबल धमाका मिलेगा। अब जीएसटी और आसान हो गया है और यह सुधार उसी दिशा का हिस्सा है।”

स्वास्थ्य और बीमा क्षेत्र में बड़ी राहत

जीएसटी परिषद द्वारा मंजूर इन सुधारों में सबसे बड़ा कदम स्वास्थ्य और बीमा क्षेत्र से जुड़ा है। अब व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर 18 प्रतिशत जीएसटी पूरी तरह हटा दिया गया है। इसके शून्य कर दायरे में आने से लाखों परिवारों को राहत मिलेगी।

इसके अलावा, कई आवश्यक चिकित्सा उपकरणों पर भी कर दरें घटाई गई हैं। थर्मामीटर, मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन, डायग्नोस्टिक किट, ग्लूकोमीटर और सुधारात्मक चश्मों पर अब सिर्फ 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जबकि पहले ये 12 प्रतिशत के दायरे में थे। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक किफायती बनाएगा।

जीएसटी 2.0: विकास और समर्थन की डबल डोज़

प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी सुधार 2.0 देश के लिए विकास और समर्थन की “डबल डोज़” हैं। इनसे गरीब, नव-मध्यम वर्ग, महिलाएं, किसान, विद्यार्थी और युवा सभी को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहारी सीजन, खासकर धनतेरस, को यह सुधार और भी ज्यादा खुशहाल बना देंगे।

मोदी ने आठ साल पहले लागू हुए जीएसटी को स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया और कहा कि अब नए बदलावों से यह और प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि ये सुधार न सिर्फ आर्थिक गतिविधियों को गति देंगे बल्कि जनता के रोजमर्रा के खर्चों को भी कम करेंगे।

नागरिकों पर सीधा असर

विशेषज्ञों का मानना है कि बीमा और स्वास्थ्य क्षेत्र पर कर खत्म होने से व्यापक सामाजिक सुरक्षा तंत्र मजबूत होगा। इससे मध्यम और निम्न वर्ग आसानी से बीमा योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे। वहीं, चिकित्सा उपकरणों पर घटे कर से अस्पतालों और मरीजों दोनों को राहत मिलेगी।

त्योहारी सीजन से ठीक पहले आए इन फैसलों को जनता के लिए एक बड़े तोहफे के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री के अनुसार, यह “डबल धमाका” न केवल वर्तमान को आसान बनाएगा बल्कि आने वाले वर्षों में भारत की आत्मनिर्भरता की राह भी मजबूत करेगा।

Subhash Shekhar

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