Ranchi: छठपूजा कोरोना गाइडलाइन झारखंड में जारी कर दिया गया है. यहां का गाइडलाइन बिहार से भी सख्त है. बिहार में जहां तालाबों में छठ पूजा की छूट दी गई है. वहीं झारखंड में सभी तरह के जलाशयों में छठ पूजा और अर्घ्य देने पर पूर्ण पाबंदी लगाई गई है.
झारखंड सरकार के आपदा विभाग के इस गाइडलाइन का सभी पूजा समितियों के साथ-साथ सत्ताधारी कांग्रेस और झामुमो के नेता भी विरोध कर रहे हैं. इन विरोधों के बावजूद झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता की ओर से कोई बयान नहीं आया है. बड़ा सवाल यह है कि क्या आपदा मंत्री के सहमति के बिना उनका विभाग छठ पूजा को लेकर इतना सख्त गाइडलाइन जारी कर दिया. वो इन बातों को कैसे अनदेखी कर गए. फैसले और विरोध के 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी मंत्री बन्ना गुप्ता की ओर से कोई बयान नहीं आया है.
बता दें कि कोरोना से बचाव में छठ महापर्व पर घाटों पर लगाई पाबंदी का 500 से अधिक पूजा समितियों और धार्मिक संगठनों ने विरोध किया है. सरकार में शामिल झामुमो और कांग्रेस ने भी छूट देने की मांग की है. कहा है कि श्रद्धाजुओं की सीमित संख्या में छठ घाट जाने की अनुमति दी जाए. साथ ही सीएम से पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.
इधर भाजपा ने घाटों पर छठ पूजा पर पाबंदी का विरोध रकते हुए रांची समेत अन्य जिलों में जल हठ कार्यक्रम किया. डोरंडा बटन तालाब में उतरकर भाजपा सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, समरी लाल, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय समेत अन्य भाजपा नेताओं ने सत्याग्रह किया.