Garhwa: झारखंड के गढ़वा जिले के मझिआंव प्रखंड के बरडीहा थाना क्षेत्र के सलगा गांव में सीओ और पुलिसकर्मियों की ग्रामीणों के साथ नोकझोंक हुई. यहां पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी विवादित भूमि पर लगे गेहूं को कटवाने पहुंचे थे. इस दौरान आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने प्रशासन के साथ झड़प होने पर अचानक से पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. इसमें कुछ पुलिसकर्मी को चोट लगने की बात कही जा रही है.
मामले की जानकारी देते हुए बरडीहा के थाना प्रभारी सुमंत राय ने मीडिया से कहा कि एसडीओ द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल सलगा गांव गई थी. वहां विवाद के बाद पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी को हल्की चोट लगी है. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी या नियुक्त दंडाधिकारी की बेहतर जानकारी दे सकेंगे.
गढ़वा के एसडीओ जिआउल अंसारी ने कहा कि विवादित भूमि पर लगे गेहूं को कटवाने के लिए बुधवार को बीडीओ सह सीओ नंदजी राम को दंडाधिकारी नियुक्त करते हुए पुलिस बल के साथ भेजा गया था. ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध किए जाने की जानकारी मिली है. ग्रामीणों की ओर से पत्थरबाजी किए जाने या किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.

क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बाद में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले आई है. इसके बाद मामला शांत हुआ. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों में राममूरत यादव, उसकी पत्नी व कृष्णा यादव का नाम शामिल हैं. जानकारी के अनुसार सुरेंद्र यादव एवं कृष्णा यादव वगैरह के बीच एक एकड़ जमीन को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चल रहा था. कई बार इसकी पंचायती भी की गई. लेकिन विवाद सुलझा नहीं.
जिसको लेकर प्रथम पक्ष के सुरेंद्र यादव द्वारा एसडीओ को आवेदन दिया था. उक्त आवेदन के आलोक में अंचलाधिकारी नंदजी राम को जमीन का मामला निपटाने को कहा गया. उक्त विवादित जमीन के बंटवारे के साथ जब उसकी मापी की गई तो उक्त जमीन के समीप 4 एकड़ जमीन सरकारी जमीन चिह्नित की गई तथा 8 महीना पूर्व ही उक्त जमीन पर धारा 144 लगा दी गई थी.
इसके बावजूद कृष्णा यादव, राम मूरत यादव आदि ने उस जमीन पर धान की फसल उगाई तथा फसल भी काटी गई. उस समय जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया. दूसरी बार जब उक्त लोगों द्वारा गेहूं की फसल लगा दी गई तो प्रशासन की नींद टूटी. जमीन पर लगी गेहूं की फसल को कटवाने बीडीओ सह सीओ नंदजी राम, मझिआंव व बरडीहा थाना पुलिस बल एवं महिला पुलिस के साथ पहुंचे.
जैसे ही गेहूं काटना शुरू किया गया. बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला वहां पहुंचे तथा इसका विरोध करना शुरू कर दिया. साथ ही आक्रोशित होकर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस बीच पुलिस व ग्रामीणों के बीच हल्की झड़प भी हुई. मामले को बढ़ता देख पुलिस द्वारा विरोध कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया. साथ ही तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले जाया गा. उक्त घटना के बाद गेहूं काटने का काम रोक दिया गया है.