New Delhi: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा की. इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि विगत कुछ दिनों में जिस प्रकार से देश और दुनिया में इन दंगों को प्रस्तुत किया जा रहा है और आज भी इस सदन में जिस प्रकार से रखने का प्रयास हुआ है, मैं बड़े संयम के साथ इसको स्पष्ट करना चाहूंगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनसंख्या 1.7 करोड़ है. हिंसा की चपेट में आए इलाके की आबादी 20 लाख. दिल्ली पुलिस ने हिंसा को नियंत्रित किया. दंगों को 4% भौगोलिक क्षेत्र और दिल्ली की 13% आबादी तक सीमित रखने का काम दिल्ली पुलिस ने किया.
अमित शाह ने संसद में कहा कि 27 फरवरी से लेकर अब तक लगभग 700 FIR दर्ज़ की गई हैं. उन्होंने कहा कि हमने विज्ञापन देकर समग्र दिल्ली की जनता और सारे मीडिया जनों से डिटेल मांगा कि आपके पास कोई भी फुटेज हो और कोई भी चीज हो तो कृपया इस ई-मेल आईडी या वॉट्सऐप नंबर पर भेजिए.
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली की जनता ने हज़ारों की संख्या में वीडियो दिल्ली पुलिस को भेजे हैं और अंकित शर्मा के खून का भेद भी मुझे आशा है कि उसी वीडियो में से बाहर आने वाला है.
अमित शाह ने कहा कि कुछ लोगों ने कहा कि CRPF, मिलिट्री भेजनी चाहिए थी. 23 तारीख़ को 17 कंपनी दिल्ली पुलिस की, 13 कंपनी CRPF की मिलाकर कुल 30 कंपनियां क्षेत्र में पहले से ही रखी गई थी.