Ranchi: अभी झारखंड में हेमंत सोरेन की नियोजन नीति के खिलाफ गुस्सा है. 60-40 नाय चलतो नारों के साथ पिछले दिनों झारखंड बंद और मुख्यमंत्री आवास घेराव किया गया था. इसके पहले हेमंत सरकार के नियोजन नीति में भोजपुरी, मंगही और अंगिका भाषा को शामिल किये जाने के खिलाफ बडा आंदोलन चला था.
अब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की और विधायक बेटी शिल्पी नेहा तिर्की भोजपुरी बोलने वाले भुईंहर समाज के लोगों को एसटी सूची में शामिल करने की अगुवाई कर रहे हैं. उन्होंने मुंडा भुईंहर समाज के लोगों को एसटी सूची में शामिल करने के लिए रांची में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें 8 जिलों के भूईंहर समाज के लोग शामिल हुए. इसी में राजकुमारी देवी पलामू से पहुंची थी. उन्होंने भोजपुरी भाषा में अपनी बात रखी.
भूईहर समाज के लोगों का रहन सहन, खान-पान, पर्व संस्कृति झारखंड के आदिवासियों से मिलती-जुलती है. कांग्रेस के इस कार्यक्रम में बंधु तिर्की, शिल्पी नेहा तिर्की के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और मंत्री आलमगीर आलम भी शामिल हुए. शिल्पी नेहा तिर्की और बंधु तिर्की ने मौके पर समाज के इन वंचित लोगों को आदिवासी सूची में शामिल करने की मांग की.
झारखंड में 32 आदिवासी समुदाय हैं. इनमें से कई आज भी सरकारी के एचटी सूची में शामिल नहीं हैं और वह सरकार से मिलने वाली आरक्षण, योजनाओं के लाभ और सुविधाओं से वंचित हैं. सरकार को भुंईंहर समाज जैसे आंदोलन कर रहे अन्य जातियों के लोागों की पहचान कर उन्हें एसटी सूची में शामिल करना चाहिए, ताकि उनकी पहचान को संरक्षित किया जा सके.