New Delhi: इंडिया में इन दिनों इलेक्ट्रिक कारों का क्रेज खूब है. बिजली से कार को चार्ज करो और चलते रहो. कहने का मतलब यह है कि महंगे पेट्रोल की कीमत की झंझट खत्म. अब कोई ये कहे कि अब कार चार्ज करने की बिजली बिल की बचत हो जाए तो… यकीन मानिए अब ऐसा संभव है. ये करिश्मा हुआ है अपने इंडिया में. यहां के टीचर ने एक ऐसा कार बनाया है जिसे चलाने के लिए न पेट्रोल की जरूरत है और न बैटरी को बिजली से चार्ज करने की. टीचर ने यह करिश्मा कर दिखाया है एक पुराने मारूती 800 को अपडेट करके. यह कैसे हुआ संभव यही हम यहां जानेंगे.
बिलाल अहमद कश्मीर में रहते हैं. पेशे से टीचर हैं. गणित पढ़ाते हैं. उन्हें हमेशा से ऑटोमोबाइल सेक्टर में दिलचस्पी रही है. वो इसमें कुछ अनोखा करने के लिए सोचते रहते थे. अपने इसी सोच की वजह से एक ऐसी कार बनाने की सोची जिसे चलाने के लिए न पेट्रोल या डीजल और न बिजली की जरूरत पड़े. अपने इस प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने 11 साल मेहनत की. तब जाकर उन्होने सोलर कार बनाने में सफलता हासिल की.
बिलाल अहमद का सोलर कार बहुत ही किफायती है. उन्होने इसे एक पुरानी मारूति 800 कार में डेवलप किया है. बिलाल अहमद श्रीनगर के सनत नगर में रहते हैं.
अहमद आम आदमी के लिए लग्जरी लेकिन किफायती कारों का निर्माण करना चाहते हैं. इसके चलते उन्होंने 1950 के दशक में बने कारों का अध्ययन किया. यू.एस. में डेट्रॉइट, मिशिगन के एक इंजीनियर के काम से प्रेरित होकर, जो ऑटोमोबाइल कंपनी डीएमसी के मालिक थे, उन्होंने कहा, “मर्सिडीज, फेरारी, बीएमडब्ल्यू जैसी कारें एक आम व्यक्ति के लिए एक सपना हैं. केवल अमीर ही ऐसी कारों को खरीद सकते हैं. मैंने सोचा कि इस नए आइडिया के माध्यम से लोगों को लग्जरी फीलिंग देना बहुत अच्छा होगा.”
अहमद ने विभिन्न वीडियो देखने के कार में कई तरह की खासियतों को शामिल किया है. शुरुआत में उन्होंने विकलांगों के लिए एक कार बनाने की योजना बनाई, लेकिन फाइनेंशियल दिक्कतों को चलते वो इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं सके.