New Delhi: बंगाल की खाड़ी में सुपर साइक्लोन अम्फान (Super Cyclone Amphan) को देखते हुए एनडीआरएफ की 17 टीमें पश्चिम बंगाल पहुंच गई हैं. पांच टीमों को रिजर्व में रखा गया है. दूसरी ओर, ओडिशा में 13 टीमें पहुंच चुकी है जबकि सात टीमों को रिजर्व में रखा गया है. इन दोनों राज्यों को सबसे ज्यादा नुकसान इस चक्रवात से पहुंच सकता है. बता दें कि 1999 के बाद पहली बार बंगाल की खाड़ी में सुपर साइक्लोन आया है.
सुपर साइक्लोन से 20 तारीख दोपहर तक टेलीकम्युनिकेशन बिजली की लाइनों को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है. साथ ही कच्चे घरों मछुआरों की बस्तियों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है. इसलिए लोगों को खतरे वाले स्थान से निकालने का कार्य करोना संक्रमण के दौर में भी युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसलिए लोगों को खतरे वाले स्थान से निकालने का कार्य करोना संक्रमण के दौर में भी युद्ध स्तर पर चल रहा है.
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के निदेशक एसएन प्रधान ने कहा, हम हालात का सामना करने को तैयार हैं. उधर, मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि चक्रवात प्रचंड तूफान का रूप ले सकता है कुछ समय तक ऐसा ही रहेगा.
एक वीडियो संदेश में प्रधान ने कहा, पश्चिम बंगाल ओडिशा में एनडीआरएफ ने कुल 37 टीमों को तैनात किया गया है. 20 टीमें काम में जुट गई हैं अन्य 17 पूरी तरह तैयार हैं. NDRF ने इस अभियान के लिए 17 टीमों को निर्धारित किया था. एक टीम में करीब 45 कर्मचारी होते हैं. डीजी ने कहा कि इन्हें पश्चिम बंगाल के 7 ओडिशा के 6 जिलों में तैनात किया गया है.
प्रधान ने कहा, ‘अम्फान’ के कोविड-19 संकट के दौरान आने से चुनौती दोहरी हो गई है. इसलिए हम दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में NDRF की टीमों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के तहत स्थानीय लोगों को चक्रवात Corona Virus के बारे में बताया जा रहा है. गृह मंत्रालय ने पहले बताया था कि चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सोमवार शाम तक विकराल रूप धारण कर सकता है इस दौरान हवा 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले चक्रवात के कारण पैदा हो रहे हालात की समीक्षा करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक की. उधर, मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल ओडिशा सरकारों को जारी परामर्श में कहा कि ‘अम्फान’ अब दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों पास की मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद है.