Gumla (Jharkhand): सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के टुटवापानी गांव की विलुप्तप्राय आदिम जनजाति की शशिकिरण बृजिया से वर्चुअल संवाद किया.
शशिकिरण बृजिया ने बताया कि उनके महिला समूह में सात सदस्य हैं, जो खेती-किसानी करती हैं, फोटो कॉपी और सिलाई मशीन से जुड़ी हुई हैं. स्वरोजगार से वे आर्थिक आमदनी कर रही हैं. गांव में रोड निर्माण का काम चल रहा है, और नल जल योजना से पानी की समस्या को भी हल किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने इसका समर्थन किया और बताया कि अब सुदूर गाँवों तक सरकार की योजनाएं पहुंच रही हैं.
पक्का मकान का वादा: दीपावली में नए घरों की खुशियाँ
प्रधानमंत्री ने शशिकिरण से बातचीत में कहा कि इस साल की दीपावली पर जनजातियों को नए पक्के मकान में मनाने का वादा किया गया है. प्रति परिवार को पक्के मकान के लिए ढाई लाख की स्वीकृति दी गई है और चार करोड़ गरीबों को पहले ही पक्का मकान प्रदान किया गया है. इसके साथ ही, एक लाख से अधिक जनजातीय परिवारों को घर बनाने के लिए राशि ट्रांसफर किया जा रहा है.
इससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी जरूरतमंद तक योजना का लाभ पहुंचता है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने भी दावा किया है.
सांसदों का साथ: वितरण और स्टॉल निरीक्षण
इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा, डीसी कर्ण सत्यार्थी, एसपी हरविंदर सिंह, ने करोड़ों रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण किया और स्टॉल की निगरानी की.
सफाई अभियान: मंदिरों की सजाएं, देश को स्वच्छ बनाएं
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देशभर के सभी मंदिरों में 22 जनवरी तक सफाई अभियान चलाए जाएं, ताकि दीपावली से पहले हर मंदिर सुंदर और स्वच्छ नजर आए. इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि वे अयोध्या में 22 जनवरी को दिव्य मंदिर में दर्शन देंगे और प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 11 दिनों तक व्रत अनुष्ठान करेंगे.
इस रूप में, गुमला की दीपावली ने नए आशिर्वादों का आरंभ किया है और जनजातियों को नये पक्के मकान में मनाने का वादा किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस इनिशिएटिव से सामाजिक समृद्धि की ओर एक और कदम बढ़ता है.