Ranchi: EVM की सुरक्षा को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. ईवीएम बदले जाने जैसी खबरें कई जगहों से आ रही हैं. उत्तरप्रदेश, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड के देवघर में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आयीं. इसके बाद वहां के राजनीतिक दल सतर्क हो गये और स्ट्रांग रूम की पहरेदारी बढ़ा दी गयी.
लेकिन झारखंड की राजधानी रांची में EVM की सुरक्षा को लेकर राजनीतिक दल आश्वस्त हैं या फिर लापरवाह. ये तस्वीरें रांची की एक सहयोगी समाचार पोर्टल न्यूज अरोमा ने ली हैं.
रांची स्ट्रांग रूम परिसर में आधी रात को सन्नाटा
न्यूज पोर्टल ने दावा किया है कि तस्वीरें 21 मई मंगलवार 11.15 बजे रात की हैं. टीम ने रांची के पंडरा स्थित कृषि बाजार समिति में बनये गये स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान वहां EVM की सुरक्षा को लेकर प्रशासन तो मुस्तैद दिखा, लेकिन राजनीतिक दलों की मुस्तैदी कहीं नजर नहीं आयी.
रांची स्ट्रांग रूम के इंट्रेंस पर जिला बल के जवान मिले. पूछने पर वहां तैनात पुलिस अधिकारी वशिष्ठ यादव ने बताया कि स्ट्रांग कहा कि यहां की लेवल की सुरक्षा इंतजाम है. उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम में EVM की सुरक्षा के लिए इंट्रेंस पर जिला बल, उसके अंदर जैप और उसके बाद सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है. सभी 24 घंटे मुस्तैद हैं.

EVM की सुरक्षा के लिए राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता इस परिसर में मौजूद हैं क्या, इस सवाल के जवाब में वशिष्ठ यादव ने बताया कि वह यहां पर रात 10 बजे से ड्यूटी पर हैं और तब से उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं, कार्यकर्ताओं या समर्थकों को यहां मौजूद नहीं देखा है. यादव के साथ तैनात अन्य जवानों ने भी बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम परिसर में अभी तक किसी भी राजनीतिक दल के लोग ईवीएम की पहरेदारी के लिए नहीं आये हैं.
पुलिस अधिकारी वशिष्ठ यादव ने बताया कि अभी तक किसी भी राजनीतिक दल के नेता-कार्यकर्ता या समर्थक ईवीएम की पहरेदारी के लिए यहां न तो ठहरे हैं और न ही विजिट किया है. परिसर में जवानों की मौजूदगी के अलावा पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया.
हमने वहां अपना कैमरा लगा रखा है, उसी से कर रहे हैं क्लोज वॉच
देश के विभिन्न क्षेत्रों से स्ट्रॉन्ग रूम में रखीं ईवीएम को रिप्लेस करने या रिप्लेस करने की कोशिशों के आरोपों की आ रहीं खबरों के न्यूज पोर्टल ने परिसर से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य से फोन पर बात की.
पहले तो सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा, “हां-हां, वहां पर हमारे दल के लोग पहरेदारी कर रहे हैं. हमने अपने लोगों को निर्देश दिया है कि पंडरा में स्ट्रॉन्ग रूम पर नजर रखें.”
जब न्यूज पोर्टल की टीम ने उन्हें बताया कि हमारी टीम इस वक्त स्ट्रॉन्ग रूम परिसर में ही मौजूद है और यहां बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां सुरक्षाबलों के जवानों के अलावा किसी भी राजनीतिक दल का कोई भी नेता, कार्यकर्ता या समर्थक मौजूद नहीं है, तब उन्होंने अपनी बात पलट दी.
कहने लगे, “एक्चुअली, वहां पर हमलोगों का अपना कैमरा लगा हुआ है. वहां कोई भी गलत हरकत होगी, तो तुरंत हमारे लोग वहां पहुंच जायेंगे. वहां कार्यकर्ताओं को रखने की कोई जरूरत नहीं है, हमलोग कैमरे से ही क्लोज वॉच कर रहे हैं.”
सुप्रियो भट्टाचार्य ने एनडीए की तरफ इशारा करते हुए कहा, “ये लोग चुनाव हार चुके हैं. यह जो पेड न्यूज की तरह एग्जिट पोल आया है, उसको किसी भी तरह से मैच करवाने के लिए प्रशासन लग गया है. हमलोगों ने तो पहले भी रांची जिला निर्वाची पदाधिकारी को चुनाव के हर काम से हटाने की मांग की थी.”
बहरहाल, इस बाबत अन्य विपक्षी दलों से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं किया.