सरकार के द्वार सहिया बहनों की गुहार, 48 महीनों से नहीं मिला 1000 मानदेय
Ranchi: हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाया गया. वहीं दूसरी ओर अपने 48 महीनों से 1 हजार रुपये बकाया मानदेय के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने धरने पर बैठी हैं. इनके आंदोलन में कई मौसम बदल गए फिर भी सरकार तक इनकी आवाज नहीं पहुंची है. अब ठंढ के मौसम में अपने दुधमुहे बच्चों के साथ सहिया बहने धरने पर बैठी हैं.
बुंडू बांस क्लस्टर का जिक्र रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की। पीएम मोदी ने कहा कि देश के अनेक क्षेत्र में बांस से अनेक सुन्दर और उपयोगी चीजें बनाई जाती हैं। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में बांस के कुशल कारीगर व कलाकार हैं। बुंडू बांस क्लस्टर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के लोग बांस से खूबसूरत कपड़े और सजावट की चीजें भी बनाते हैं। इससे आदिवासी महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है और उनके हुनर को पहचान भी मिल रही है। दरअसल, यहां शिविका शिल्प कला सहकारी सहयोग समिति लिमिटेड के सहयोग से संचालित बांस क्लस्टर में स्थानीय बॉसमहली जाति के कारीगरों द्वारा बांस से नई-नई वस्तुएं बनाते हैं।
पतरातू वैली अपनी प्राकृतिक नजारों के कारण पूरी दुनिया में शुमार है. अब देश ही नहीं परदेश के पर्यटक आने लगे हैं. एक बेहतर टूरिज्म स्पॉट के तौर पर अपनी खूबसूरत नजारों और सेहतमंद आबोहवा के कारण शुमार हो रहा है.
इन सब के बीच पतरातू वैली के करीब एलेक्सा रिजॉर्ट में हर तरह के टूरिस्ट को अपनी बेहतर सेवाओं और लग्जरी सुविधाओं से आकर्षित कर रहा है. यहां से पूरा पतरातू वैली के साथ खूबसूरत पहाडियों का नजारा देखने को मिलता है. यहां आने वाले पर्यटक खूबसूरत वादियों के साथ लग्जरी सेवाओं की तारीफ करते नहीं थकते.
हेमंत सोरेन झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हैं.
https://videos.files.wordpress.com/7HIMtVb3/sarkar-ke-dwar-sahiya-pariwar-1.mp4
बुंडू बांस क्लस्टर का जिक्र रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की। पीएम मोदी ने कहा कि देश के अनेक क्षेत्र में बांस से अनेक सुन्दर और उपयोगी चीजें बनाई जाती हैं। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में बांस के कुशल कारीगर व कलाकार हैं। बुंडू बांस क्लस्टर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के लोग बांस से खूबसूरत कपड़े और सजावट की चीजें भी बनाते हैं। इससे आदिवासी महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है और उनके हुनर को पहचान भी मिल रही है। दरअसल, यहां शिविका शिल्प कला सहकारी सहयोग समिति लिमिटेड के सहयोग से संचालित बांस क्लस्टर में स्थानीय बॉसमहली जाति के कारीगरों द्वारा बांस से नई-नई वस्तुएं बनाते हैं।
पतरातू वैली अपनी प्राकृतिक नजारों के कारण पूरी दुनिया में शुमार है. अब देश ही नहीं परदेश के पर्यटक आने लगे हैं. एक बेहतर टूरिज्म स्पॉट के तौर पर अपनी खूबसूरत नजारों और सेहतमंद आबोहवा के कारण शुमार हो रहा है.
इन सब के बीच पतरातू वैली के करीब एलेक्सा रिजॉर्ट में हर तरह के टूरिस्ट को अपनी बेहतर सेवाओं और लग्जरी सुविधाओं से आकर्षित कर रहा है. यहां से पूरा पतरातू वैली के साथ खूबसूरत पहाडियों का नजारा देखने को मिलता है. यहां आने वाले पर्यटक खूबसूरत वादियों के साथ लग्जरी सेवाओं की तारीफ करते नहीं थकते.
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से राजभवन में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में 40 सदस्य सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की.
इस दौरान झारखंड हाईकोर्ट के फैसले के बाद नियोजन नीति पर युवाओं के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की. इस दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा को छोड़कर आजसू समेत सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि राज्यपाल से मिले.