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#Munger: बिहार के मुंगेर में 110 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची सना को सुरक्षित बाहर निकाला गया. बच्ची मंगलवार को बोरवेल में गिर गई थी. उसे बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. दरअसल, बिहार में मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत मुर्गीयाचक मोहल्ला में मंगलवार को शाम में तीन साल की एक बच्ची सना घर के आंगन में एक बोरवेल में में गिर गई थी.
कोतवाली थाना अध्यक्ष राजेश शरण ने बताया कि बच्ची का नाम सना है जो अपने ननिहाल आई हुई थी. उन्होंने बताया कि बच्ची लगभग 110 फुट गहरे वोरवेल में फंसी हुई है. राजेश ने बताया कि वोरवेल में आक्सीजन पहुंचाई गई है और उसे बचाने के लिए ऑपरेशन चलाया गया.
लगातार चला रेस्क्यू ऑपरेशन
मंगलवार की शाम करीब तीन बजे मुंगेर के मुर्गियाचक मोहल्ले में अचानक भगदड़ मच गई. लोगों के पैर उस बोरवेल की तरफ मुड़ गए, जिसमें तीन साल की सना खेलते-खेलते गिर गई थी. अंदर से आती ‘पापा-पापा’ की आवाज और बाहर की आपाधापी के बीच समय बीतता जा रहा था.
लेकिन, प्रशासन ने तत्परता दिखाई. व्यवधानों के बीच बोरवेल के समानान्तर चैनल बनाने का काम शरू हुआ. बच्ची को ऑक्सीजन देने की व्यवस्था की गई. बारिश ने व्यवधान डाला, लेकिन काम जारी रहा. बुधवार की देर रात आखिरकार सना को बाहर निकाल ही लिया गया.
कब्र खोदने वाले मजदूरों ने की सन्नो की जिंदगी के लिए खुदाई
बचाव कार्य में प्रशासन ने उन मजदूरों को भी लगाया जो कब्र खोदते हैं. ये मजदूर गड्ढ़े खोदने में माहिर होते हैं. लेकिन अभी तक मौत के बाद कब्र खोदते रहे हाथ आज जिंदगी के लिए काम में जुटे रहे. वे एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के साथ मिलकर काम में जुटे रहे.
पापा की प्यारी है सना
सीसीटीवी फुटेज में पता चला कि मासूम सना 35 फीट की गहराई में बोरिंग के लिए डाले गए प्लास्टिक के पाइप में फंसी थी. फुटेज में उसके हिलते हाथ दिख रहे थे. गिरने के बाद से बच्ची पापा-पापा की रट लगाए हुए थी. उसके ‘पापा बचा लो’ की कराहती आवाज से माहौल गमगीन हो जा रहा था.
वह मुंगेर के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत पापा नचिकेता के साथ ही दो दिन पहले नाना उमेश नंदन साह के घर आई थी. ननिहाल में ही पड़ोसी उदय शंकर प्रसाद के घर हो रहे बोरिंग के लिए खोद गए बोरवेल में गिर गई. नचिकेता मुंगेर के ही दलहट्टा इलाके में रहते हैं.
मां दे रही ढ़ाढ़स: यह तो लुकाछिपी का खेल
बाेरवेल के बगल में सेना की मदद से खुदाई की गई. इस बीच बच्ची अंदर से माता-पिता से कराहती आवाज में बात कर रही थी. उसकी हरकतों से लग रहा था कि वह जिंदगी की अपनी जंग जरूर जीतेगी. मां सुधा रह-रहकर बोरवेक के अंदर झांककर बेटी से बात करने की कोशिश कर रहीं थीं. उसे यह कहकर ढ़ाढ़स दे रहीं थीं कि लुकाछिपी के खेल में वह छिप गई है और लोग उसे खोज रहे हैं. मां से बच्ची ने भूखी होने की भी बात कही. इसके बाद उसके लिए चॉकलेट गिराए गए.
सना की जिंदगी के लिए जगह-जगह दुआएं, पूजा-हवन
बच्ची की जिंदगी के लिए उसके स्कूल नोट्रेडेम एकेडमी के विद्यार्थी दुआएं करते रहे. उसके लिए मुंगेर ही नहीं पूरे देश में दुआएं की गईं. पटना में बच्ची की सलामती के लिए हवन-पूजा की गई. पटना के डीएवी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भी बच्ची की सलामती के लिए गायत्री मंत्र का पाठ किया. उधर, बाबा नगरी पूजा करने गए लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी बच्ची की जिंदगी के लिए प्रार्थना की.
डॉक्टरों बोले: ऑल इज वेल, बहादुर है सना
अंतत: बच्ची को बाहर निकाल लिया गया है. मौके पर मौजूद डॉक्टरों को भी उम्मीद है कि सब कुछ ठीक रहेगा. वहां तैनात डॉ. राकेश कुमार सिन्हा व डॉ. फैज के अनुसार बच्ची बहादुर है. बचाव दल उसे लेकर बोरवेल से निकल रही है. विश्वास है कि उसे उसे बचा लिया जाएगा.