Patna: बिहार में राजनीतिक उबाल दिखाई दे रहा है। एक ओर जहां जदयू और राजद के बीच दूरी बढ़ती नजर आ रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच संबंधों में बदलाव की खबरें सामने आ रही हैं. भाजपा नेताओं की बयानबाजी भी अब बेहद नरम लहजे में हो रही है. इसी बीच, दिल्ली से लेकर पटना तक बैठकों का दौर चल रहा है, जिसमें भाजपा के फायरब्रांड नेताओं के बयान भी महत्वपूर्ण हैं.
भाजपा नेताओं की बयानबाजी में नरमी
बिहार में राजनीतिक गतिविधि तेज हो रही है. महागठबंधन सरकार को लेकर ग्रहण लगता दिख रहा है, जबकि भाजपा और जदयू के बीच संबंधों में भी बदलाव का माहौल है. इसके साथ ही, अनेक नेताओं के बयानों पर नजर रखी जा रही है. इस बीच, भाजपा ने दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं. भाजपा के वे नेता, जो पिछले समय में नीतीश कुमार और जदयू के खिलाफ कठोर बयान देते थे, अब नरम भाषा में बयान दे रहे हैं.
गिरिराज सिंह का विचार
भाजपा के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार की राजनीति को लेकर अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ता हैं और उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है. उन्होंने बिहार की जनता के समर्थन के आधार पर बताया कि 2024 में देश में भाजपा की सरकार बनेगी. उन्होंने इसके साथ ही 2025 में बिहार में भाजपा की सरकार बनने का भी दावा किया. उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी की और उन्हें सीएम बनाने और कुर्सी वापस लेने का भी जिक्र किया.
सम्राट चौधरी की दिशा-निर्देश
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि बिहार में आयोजित बैठक लोकसभा चुनाव के लिए हुई थी, और इसे इसी संदर्भ में देखना चाहिए. उन्होंने बताया कि शनिवार को भाजपा ने बुलाई गई बैठक भी चुनाव के लिए ही थी. उन्होंने सियासी उथल-पुथल पर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह सभी के स्तर की बात नहीं है, और भाजपा लड़ती रहेगी.
बिहार में राजनीतिक दायरे में हलचल हो रही है, और विभिन्न दलों के बीच संबंधों में बदलाव की संभावना है. भाजपा के नेताओं के बयान इस मामले में महत्वपूर्ण हैं, जो कि आने वाले चुनावों के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो सकते हैं.