Ranchi: जनता कर्फ्यू के दिन ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में बंद हैं. हर शहर में छुट्टी जैसा माहौल है. बाजार दुकाने बंद है सड़के सुनसान हैं. इस बीच रांची रेलवे स्टेशन से उतर कर बस स्टैंड में करीब 600 यात्री फंस गए हैं. उन्हें अपने गंतव्य तक जाने के लिए किसी तरह का वाहन नहीं मिला.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाहर काम कर रहे मजदूरों को छुट्टी दे दी गई है. जिसके बाद सभी मजदूर अपने अपने घर लौट रहे हैं इसी को लेकर रविवार को बाहर के राज्यों से आए मजदूरों को जनता कर्फ्यू की वजह से अपना घर जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रेलवे स्टेशन से आए यात्री राज्य के विभिन्न जिलों में जाने के लिए बस स्टैंड तो पहुंच गए हैं, लेकिन जनता कर्फ्यू होने की वजह से उन्हें कहीं जाने के लिए बस नहीं मिल पा रहा है.
यात्रियों का कहना है कि उन्हें अपने अपने कंपनियों के द्वारा छुट्टी दे दिया गया है. जिस वजह से वे अपने घरों को जा रहे हैं, लेकिन स्टैंड पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
वहीं बाहर के राज्यों से आये यात्रियों में कई यात्री कोरोना प्रभावित राज्यों से भी पहुंचे हुए हैं जिसमें कर्नाटका विशाखापट्टनम, उड़ीसा और बंगाल के यात्री भी मौजूद है.
ऐसे कोरोना प्रभावित राज्य से आए लोगों को एहतियात बरतने के लिए मेडिकल टीम की ओर से कई सलाह दिए जाते हैं लेकिन मिली जानकारी के अनुसार खानापूर्ति के लिए मेडिकल टीम ने सभी यात्रियों की जांच की गई. किसी तरह की कोई समुचित व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक नहीं की गई है.
वहीं यात्रियों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए खादगढ़ा बस स्टैंड थाना प्रभारी भीम सिंह के द्वारा होटलों को खुलवा कर यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई गई है और यात्रियों को स्टैंड पर ही ग्रुप बना कर बैठा दिया गया है, ताकि अगर कोई यात्री संक्रमित हो तो उससे किसी भी अन्य लोगों को ना फैल सके.
बस स्टैंड पर बैठे यात्रियों को हजारीबाग, पलामू, गढ़वा, गुमला सिमडेगा सहित राज्य के विभिन्न जिले जाना है लेकिन बस नहीं मिलने की वजह से सभी को मजबूरन बस स्टैंड पर ही इंतजार करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए राजधानी के लोग जनता कर्फ्यू का तो पालन पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं लेकिन दूसरी ओर जनता कर्फ्यू की वजह से कुछ लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.