Ranchi: सोमवार को रांची में आंदोलन कर रहे पंचायत स्वयंसेवकों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इस कार्रवाई में वर्दीधारी पुलिसकर्मियों के साथ बिना वर्दी के कई लोग भी शामिल थे. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कार्रवाई पर सवाल खडा किया है. उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए कहा है कि वर्दी के साथ कई बिना वर्दी वाले भी हैं, कहीं वो JMM – Congress के कार्यकर्ता तो नहीं?
दीपक प्रकाश ने अपने प्रेस बयान में कहा कि हेमंत सरकार हिटलर शाही पर उतारू है. इस सरकार ने बर्बरता की सीमाओं को भी लांघ दिया है.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन नागरिकों का मौलिक अधिकार है. राजभवन के समक्ष पंचायत सेवक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे. ऐसे में उनके ऊपर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज हिटलर शाही की यादों को ताजा करता है.
श्री प्रकाश ने कहा एकतरफ राज्य सरकार झूठे आश्वासन केलिए करोड़ों रुपए एक दिन में विज्ञापनों पर खर्च करती है लेकिन घोषणाओं आश्वासनों को धरातल पर उतारने की दिशा में कोई पहल नहीं करती है. ऐसे में राज्य सरकार के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ता जा रहा. यह सरकार उसे पुलिसिया कार्रवाई से दबाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि भाजपा इस प्रकार की अलोकतांत्रिक और बर्बर कार्रवाई की कड़ी निन्दा करती है. तथा सरकार से मांग करती है कि ऐसे धरना दे रहे लोगो से राज्य सरकार बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करे.
रामगढ़ उपचुनाव में तानाशाही का जवाब देगी जनता
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि ये चोर उच्चके नहीं झारखंड के पंचायत सेवक हैं. पिछले कई दिनों से मोराबादी मैदान में अपनी पांच सूत्री मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. सरकार ने नहीं सुनी तो आज शांतिपूर्ण तरीक़े से राजभवन मार्च कर रहे थे. इन्हें रोकने के लिए हेमंत सरकार की पुलिस ने लाठी से निर्मम पिटाई कर गिरफ़्तार किया है. हेमंत जी के इस तानाशाह रवैये की मैं तीव्र नींदा करता हूँ. रामगढ़ उपचुनाव में वहाँ की जनता इसका जवाब यूपीए उम्मीदवार को धूल चटा कर देगी.
अपनी मांगों को लेकर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के कर्मचारी राजभवन के समक्ष प्रदर्शन कर रहे थे. इन पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की गई. इस कार्रवाई में दर्जन भर से ज्यादा कर्मी घायल हुए हैं. कई के माथे, तो कई को हाथ-पैर में चोट लगी है. सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. लाठीचार्ज के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. प्रदर्शन कर रही कई महिलाओं पर भी पुलिस का डंडा चला है. कई महिलाओं को भी चोट आई है.
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करीब दो हजार की संख्या में जुटे थे पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के कर्मचारी
जानकारी के मुताबिक पंचायत संघ के सदस्यों को राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन का पहले से कार्यक्रम था. इसी क्रम में सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे हुए थे. संघ के अनुसार उनकी संख्या 2000 के करीब थी.