Ranchi: बाबूलाल मरांडी द्वारा जारी एक वीडियो क्लिप झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर भारी पड़ने वाला है. बाबूलाल मरांडी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं. जब उन्होंने इस टेप को जारी किया था तब वह झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो हुआ करते थे. उस कथित टेप में एडीजी अनुराग गुप्ता, तत्कालीन विधायक निर्मला देवी, उनके पति योगेंद्र साव के बीच बातचीत की बात सामने आई थी. साथ ही एक वीडियो क्लिपिंग में योगेंद्र साव, रघुवर दास, अजय कुमार और अनुराग गुप्ता के साथ हुई बैठक का वार्तालाप भी था.
राज्यसभा चुनाव 2016 में होस्ट रेडिंग मामले के आरोपी सीआईडी के पूर्व एडीजी अनुराग गुप्ता के खिलाफ अब पीसी एक्ट के तहत भी जांच होगी. रांची एसएसपी की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जगन्नाथपुर थाने में दर्ज f.i.r. में पीसी एक्ट की धारा जोड़कर अनुसंधान और कार्रवाई करने की मंजूरी दे दी है. निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 28 मार्च 2018 को जगन्नाथपुर थाने में दर्ज f.i.r. में तत्कालीन सीएम रघुवर दास के राजनीतिक सलाहकार अजय कुमार का भी नाम है. इन दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 178b और 171 सी के तहत केस दर्ज हुआ था. सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले में अब जांच की आंच रघुवर दास तक भी पहुंच सकती है.

नवंबर 2020 में राज्य सरकार ने इस मामले में पीसी एक्ट 1988 की धारा 7 एवं 13 (1) और 13 (1)D और आईपीसी की धारा 120 बी के तहत कार्रवाई करने को मंजूरी दी थी. लेकिन यह तय नहीं हुआ था कि पीसी एक्ट के तहत अलग से एसीबी में मुकदमा दर्ज होगा या जगन्नाथपुर पुलिस ही भ्रष्टाचार संबंधी मामले का अनुसंधान करेगी. सरकार के इस आदेश के बाद रांची एसएसपी ने अब तक हुई जांच ओ का हवाला देते हुए पीसी एक्ट के तहत अनुसंधान करने की अनुमति मांगी थी. जगन्नाथपुर थाने में दर्ज केस के आधार पर 14 फरवरी 2020 से अनुराग गुप्ता निलंबित हैं.
