Made in India iPhone 15 Price: Apple iPhone 15 सीरीज का प्रोडक्शन भारत में शुरू हो गया है. इसका असेंबलिंग यूनिट तमिलनाडु में है. अब भारत के लोग ‘Made in India’ Apple iPhone 15 का इस्तेमाल करेंगे. ऐसे में बडा सवाल यह है कि Made in India iPhone 15 Price सस्ती भी होगी.
बहरहाल Apple भारत में अपना मार्केट के विस्तार के लिए पहला और बड़ा कदम उठा लिया है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि नये आईफोन यूनिट के कीमत में भी बदलाव देखने को मिलेगा और आने वाले समय पर इसका फायदा ग्राहकों को भी मिलेगा.
श्रीपेरंबुदूर में Foxconn Technology Group की फैसेलिटी चीन में लॉन्च होने के तुरंत बाद लेटेस्ट iPhone मॉडल का उत्पादन करने के लिए तैयार हो रही है, जो भारत से iPhone आउटपुट को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
भारत में Apple की iPhone असेंबली चीन से काफी पीछे है. हालांकि, पिछले साल यह अंतर काफी कम हो गया और मार्च तक भारत अब iPhone प्रोडक्शन में 7 प्रतिशत का योगदान दे रहा है. इस साल का लक्ष्य भारत और चीन से शिपमेंट के बीच समय की असमानता को और कम करना है, हालांकि इस लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर सप्लायर्स के बीच अनिश्चितता बनी हुई है.
भारत में iPhone 15 के उत्पादन का सफल पैमाना घटकों की उपलब्धता पर निर्भर करता है, जिनमें से कई आयात किए गए होते हैं और चेन्नई के पास Foxconn प्लांट में उत्पादन लाइनों की बढ़ोतरी पर निर्भर करता है. फॉक्सकॉन के अलावा, भारतीय मैन्युफैक्चरिंग परिदृश्य में अन्य प्रमुख खिलाड़ियों, जैसे पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन (जिसे टाटा ग्रुप द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है) के iPhone 15 को असेंबल करने के प्रयास में शामिल होने की उम्मीद है.
iPhone 15 में कई सुधार होने की बातें कही जा रही हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आने वाली नई सीरीज चार मॉडल्स के साथ आएगी और इस बार सबसे प्रीमियम मॉडल Pro Max के नाम के बजाय iPhone 15 Ultra नाम लेकर आएगा. इसके अलावा, अफवाह है कि नई लाइनअप के डिजाइन में पतले बेजल्स और सभी मॉडल्स में डायनामिक आइलैंड दिया जाएगा.
सीरीज के स्टैंडर्ड और प्लस मॉडल में पुराना A16 Bionic, जबकि Pro सीरीज में नया A17 Bionic चिपसेट मिलने की खबर है. इस बार नए मॉडल्स USB-C पोर्ट के साथ आ सकते हैं.
हाल ही में iPhone 15 Plus की एक तस्वीर लीक हुई थी, जिससे पता चला था कि अपकमिंग मॉडल में 3LD3 चिप शामिल होगी. फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है कि इसका सटीक काम क्या होगा, लेकिन इसे सिक्योरिटी के लिए बेहतर डेटा एन्क्रिप्शन या चार्जिंग स्पीड को रेगुलेट करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.